भोपाल। एक तरफ जहां शनिवार को राजधानी के जेपी अस्पताल में डॉक्टरों की कथित लापरवाही से मरीज की मौत के बाद हंगामा होने के बाद अस्पताल के एक डॉक्टर JP Hospital Doctor Resignation ने इस्तीफा दे दिया था वहीं मरीज तख्त सिंह के परिजनों ने आज सुबह मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की मांगों को लेकर चूना भट्टी स्थित कोलार तिराहा के पास सड़क पर शव रखकर मांग की। परिजनों का कहना है कि दोषी डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज की जाए और परिजनों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए।
मैं डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव का पुनः स्वागत करता हूँ और सभी नागरिकों से अपील करता हूँ कि धैर्य रखें, संयम बरतें, हम मिल-जुलकर #COVID19 को खत्म करेंगे। #MPFightsCorona
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 11, 2021
डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव ने त्यागपत्र लिया वापस
उधर आज भोपाल के जेपी अस्पताल में कार्यरत डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के आग्रह के बाद अपना त्यागपत्र वापस लिया है। त्यागपत्र वापस लेने के बाद सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि आज भोपाल के जेपी अस्पताल में कार्यरत डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य मंत्री के आग्रह के बाद अपना त्यागपत्र वापस लिया है। डॉ. श्रीवास्तव जैसे अनेक CoronaWarriors जिस सेवाभाव के साथ कार्य कर रहे हैं, उसकी व्याख्या शब्दों में नहीं की जा सकती है। ट्वीट कर सीएम ने कहा कि मैं डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव का पुनः स्वागत करता हूं और सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि धैर्य रखें, संयम बरतें, हम मिल-जुलकर #COVID19 को खत्म करेंगे।
ये है मामला
एक दिन पहले जेपी अस्पताल में एक युवक की Patients Died In JP Hospital मौत हो गई थी। युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया था। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। उधर मौत की खबर की सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद गुड्डू चौहान मौके पर पहुंचे थे। परिजनों ने की मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी।
डॉक्टर से तीखी नोंक झोंक हुई
युवक की मौत के बाद परिजनों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के कारण युवक की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद गुड्डू चौहान की डॉक्टर से तीखी नोंक झोंक हुई।
डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने दिया नौकरी से इस्तीफा
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद गुड्डू चौहान की डॉक्टर से तीखी नोंक झोंक के बाद सीनियर डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने इस घटना से दुखी होकर शासकीय नौकरी से इस्तीफा दिया था। बताया जा रहा है कि जेपी अस्पताल के डॉक्टर के साथ बदतमीजी होने पर सीनियर डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव (एमडी) सदमे में थे और उन्होंने शासकीय सेवा से अपने इस्तीफ दे दिया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में हंगामा कर डॉक्टरों को धमकाया और आम जनता को परेशान भी किया गया था ।
दुर्व्यवहार का आरोप लगाया
जयप्रकाश चिकित्सालय में संदिग्ध तबस्सीम साक्या मरीज की मौत मामले में मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि कुछ लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। दुर्व्यवहार के बाद डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव बोले ऐसी परिस्थिति में अब सेवाएं नहीं दे सकते। डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन 32 फीसदी था सुगर 223 मरीज की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी।