नई दिल्ली। भारत में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण (FACT CHECK) के मामलों को देखते हुए सोशल मीडिया पर काफी कुछ ऐसा दिखाया जा रहा है जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, दरअसल, सोशल मीडिया में वायरल हुए एक वीडियो में डब्ल्यूएचओ के हवाले से कहा गया है कि भारत में 15 अप्रैल तक कोरोना महामारी से 50,000 हजार लोगों की मौत हो जाएगी। वीडियो के मुताबिक संगठन ने इसको लेकर भारत को आगाह किया था। लेकिन अब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के रिजनल ऑफिस फॉर साउथ ईस्ट एशिया की तरफ से इस वीडियो का खडंन करते हुए इसको झूठा करार दिया गया है।
एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि #COVID19 के बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए #WHO की तरफ से भारत को चेतावनी दी गई है।#PIBFactCheck: यह दावा #फ़र्ज़ी है। कृपया ऐसे भ्रामक वीडियो या मैसेज को फॉरवर्ड न करें।
पढ़ें: https://t.co/eNp4CcmUFF@MoHFW_INDIA @COVIDNewsByMIB pic.twitter.com/xbn4k8onO6
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 6, 2021
15 अप्रैल तक देश में होंगी 50 हजार मौतें ?
वहीं तमाम असमंजस के बीच, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई तरह के फर्जी संदेश चल रहे हैं, जिससे लोगों के मन में डर फैलाने की कोशिस की जा रही है। ऐसा ही एक वीडियो जिसे व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है, जिसमें यह बात कही जा रही है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में कोरोनोवायरस के कारण 15 अप्रैल के बाद रोजना 50,000 मौतों की चेतावनी दी है।
पीआईबी के किया फैक्ट चेक
वायरल वीडियो में यह भी कहा गया है कि भारत जल्द ही सामुदायिक संक्रमण के तीसरे चरण में पहुंच सकता है। अगर भारत तीसरे चरण में पहुंचता है तो यहां मौतों की संख्या 50,000 हो जाएगी क्योंकि भारत में जनसंख्या का घनत्व ज्यादा है। पिछले साल मार्च-अप्रैल महीने में भी सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ था। उस समय भारत में इस महामारी की शुरुआत हुई थी और इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी कम था। ऐसा लगता है कि यह वीडियो एक बार फिर वायरल हुआ है।