उज्जैन। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार के समय छपवाएं गए “जय किसान” सम्मान पत्र उज्जैन में एक कबाड़ी की दुकान में जलते हुए दिखे। जलते हुए पत्रों का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला गरमा गया है। कांग्रेस ने इसे छवि खराब करने की साजिश बताया है। यह वीडियो उज्जैन शहर के बड़नगर रोड स्थित प्रेम कबाड़ी की दुकान का है।
प्रेम के मुताबिक उसने बैंक से कुछ फर्नीचर खरीदा था। उसी के साथ उसे यह मिला था। गौरतलब है कांग्रेस सरकार के समय किसानों को जय किसान सम्मान पत्र वितरित किए जाते थे। इसके लिए पूरा समारोह आयोजित किया जाता था। अब यह सम्मान पत्र कबाड़ी की दुकान में जलाए जा रहे थे। वहीं इसका वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने इसकी आलोचना की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल रहा है। इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश तिवारी ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि यह पार्टी की छवि खराब करने के लिए जानबूझकर किया गया षड़यंत्र है। तिवारी ने कहा कि मामले की जांच की जानी चाहिए। इसमें जो भी दोषी हो उसे सजा मिलनी चाहिए।
10 दिन में किया था कर्जमाफी का वादा…
उज्जैन में जलाई गई इस शीट पर कमलनाथ की तस्वीर लगी हुई है। ऊपर बड़े शब्दों में लिखा है किसान सम्मान पत्र। इस कार्ड के नीचे कमलनाथ के दस्तखत हैं। दरअसल कांग्रेस सरकार किसानों का दस दिन में कर्ज माफ करने वाले वादे पर सत्ता में आई थी। वहीं कांग्रेस किसानों का ऋण माफी का भी वादा करती है। अब सवाल उठता है कि अगर सभी किसानों के कर्ज माफ हुए हैं तो यह सम्मान पत्र रद्दी में क्या कर रहे हैं। वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर चुटकी ली है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मप्र सरकार के पैसों से बने यह मंहगे सम्मान पत्र रद्दी में पड़े हैं। जनता की कमाई की बरबादी कमलनाथ सरकार ने की है। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार झूठ पर बनी थी। इसीलिए उपचुनावों में जनता ने उन्हें जवाब दे दिया। उन्होंने कहा कि मप्र में एक किसान आप बताएं कि उसका कर्ज माफ हुआ है।