भोपाल। प्रदेश में कांस्टेबल के पदों पर 6 अप्रैल से होने वाली परीक्षा एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (एमपीपीईबी) द्वारा 4 हजार पदों पर होने वाली यह परीक्षा कोरोना संक्रमण के कारण एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। बता दें कि इन पदों के लिए 10 लाख से अभ्यार्थियों ने आवेदन किया है। हाल ही में बढ़े कोरोना संक्रमण के कारण एमपीपीईबी ने यह फैसला लिया है। यह परीक्षा ऐसे समय पर टाली गई है जब अभ्यार्थियों को एडमिट कार्ड का इंतजार था।
एमपीपीईबी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस जारी कर यह जानकारी दी है। हालांकि अभी तक एमपीपीईबी द्वारा परीक्षा आोजन की तारीख नहीं बताई गई है। एमपीपीईबी ने जारी नोटिस में कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर परीक्षा स्थगित की जा रही है। 6 अप्रैल से शुरू होने वाली यह परीक्षा एक बार फिर आगे बढ़ा दी गई है। जल्द ही इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। इसी कारण इंदौर और भौपाल में प्रशासन को नाइट कर्फ्यू लगाना पड़ रहा है।
4000 पदों पर है वेकेंसी…
बता दें कि एमपीईबी ने कुल 4000 कांस्टेबल के पदों पर वैकेंसी निकाली थी। इनमें से 3862 पद जीडी कांस्टेबल और 138 पद रेडियो कांस्टेबल के हैं। इन पदों के लिए 10 लाख से ज्यादा अभ्यार्थियों ने आवेदन दिया है। अब जल्द ही इसकी परीक्षा आयोजित कराई जाएगी। वर्तमान में सभी अभ्यार्थियों को एडमिट कार्ड का इंतजार था। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यार्थियों को एडमिट कार्ड के साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र वे जाना अनिवार्य होगा। इसके लिए अभ्यर्थी पेन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट में से कोई भी एक पहचान पत्र ला सकते हैं। परीक्षा में मोबाइल फोन या अन्य कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लाने की अनुमति नहीं होगी।
आवेदक को काला बाल प्वॉइंट पेन लाना होगा। परीक्षा खत्म होने से पहले कोई भी अभ्यर्थी एग्जाम हॉल नहीं छोड़कर नहीं जा सकता। परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होंगे। पहला प्रश्न पत्र कांस्टेबल (जीडी) पद के अभर्थियों को हल करना होगा। जबकि कांस्टेबल (रेडियो) पद के अभ्यर्थियों को दोनों प्रश्न पत्र हल करने होंगे। दोनों प्रश्न पत्र 100-100 नंबर के होंगे और दोनों के लिए 2-2 घंटे का समय दिया जाएगा। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा जिसमें सिर्फ पास होना जरूरी होगा। इसके नंबर फाइनल मेरिट में नहीं जोड़े जाएंगे।