भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर स्थित महल, जय विलास पैलेस में चोरों ने सेंधमारी की है। अति सुरक्षित माने जाने वाले इस पैलेस में जैसे ही पुलिस को सेंधमारी की जानकारी मिली पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने पैलेस के उस हिस्से को सिल कर दिया है और फोरेंसिक की टीम साक्ष्य जुटाने में लग गई है। आइए जानते हैं इस महल की क्या है खासियत।
इस पैलेस का निर्माण 1874 में कराया गया था। इसका सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा दरबार हॉल (Darbar Hall)है। इस हॉल में 3500 किलो के झूमर लगे है। कहा जाता है कि झूमरों को छत से टांगने से पहले इसकी मजबूती जांची गई थी। इसके लिए छत पर एक साथ 10 हाथियों को चढ़ा कर देखा गया था। इस झूमर को बेल्जियम के कारीगरों ने बनाया था।
वहीं अगर पूरी महल की बता करें तो यह 12 लाख वर्ग फीट में फैला हुआ है। इसमे कुल 400 कमरे हैं। जिसके 25 कमरों को अब म्यूजियम (Museum) बना दिया गया है। वर्तमान में इस शाही महल की कीमत करीब 4,000 करोड़ रुपये है।
जय विलास पैलेस को देखने के लिए लोग देश विदेश से आते हैं। इस राजमहल को श्रीमंत जयाजी राव सिंधिया ने बनवाया था। तकरीबन 40 एकड़ में फैले इस पैलेस में जावाजीराव सिंधिया के नाम से एक म्यूजियम है। जिसे साल 1964 में लोगों के लिए खोला गया था।
राज महल की खूबसूरती देखते ही बनती है। इसे बनाने के लिए उस समय सैकड़ो की संख्या में विदेशी कारीगर ग्वालियर आए थे। महल के अंदर दीवारों पर सोने और चांदी की कारीगरी की गई है। महल में चांदी की एक रेल भी है जिसकी पटरियां डाइनिंग टेबल पर लगी हुई है। जब महल में बहुत खास मेहमान दावत पर आते हैं, तो उन्हें इस ट्रेन से खाना परोसा जाता है।