रीवा। पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी साइबर ठगी के मामलों पर पूरी तरह लगाम नहीं लग पा रही है। और तो और साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि पुलिसकर्मियों को ही अपनी ठगी काशिकार बना रहे हैं। इन दिनों साइबर ठगों ने खातों से पैसे उड़ाने का एक नया तरीका इजाद कर लिया है। इसमें ऐ शातिर ठग कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक भेजते हैं। लिंक को क्लिक जानकारी भरते ही खाते से लाखों रुपए उड़ा लेते हैं. ऐसा ही एक मामला प्रदेश के रीवा जिले से सामने आया है। रीवा शहर में एसएएफ नौवीं बटालियन में पदस्थ आरक्षक शत्रुघन पटेल के खाते से साइबर ठगों ने इसी तरह की ठगी को अंजाम दिया है। आरक्षक पटेल के मोबाइल पर मेसेज कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का मैसेज आया था।
मैसेज में भर दी डिटेल्स…
इस मैसेज में एक लिंक थी जिसमें आरक्षक ने अपनी डिटेल भर दी। इसके बाद आरक्षक के खाते से 3 लाख रुपए गायब हो गए। आरक्षक जब मामले की शिकायत करने बैंक पहुंचा तो हड़ताल के कारण उसकी शिकायत नहीं हो पाई। इसके बाद रीवा की साइबर सेल में आरक्षक की शिकायत दर्ज की गई। इस तरह का मामला सामने आने के बाद साइबर पुलिस भी हरकत में आ गई है। साइबर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वहीं, इस घटना के बाद बुधवार शाम विशेष शाखा पुलिस भोपाल ने एक एडवाइजरी जारी की है। पुलिस हेडक्वाटर से जारी इस एडवाइजरी में कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन या अन्य किसी कारण अगर कोई अंजान व्यक्ति संपर्क करता है तो उसके खाते में पैसा ट्रांसफर न करें। और न ही उसके द्वारा भेजी गई किसी भी लिंक पर क्लिक करें। साथ ही कोई भी एप्लीकेशन अपने मोबाइल में डाउनलोड न करें। कोरोना वैक्सीन लिए रजिस्ट्रेशन के लिए सीधे नजदीकी स्वस्थ केंद्र में संपर्क करें।