उज्जैन। प्रदेश के उज्जैन जिले से पांच किमी दूर शिप्रा नदी में शनिवार को अद्भुत नजारा देखने को मिला। महाकाल मंदिर से लगभग पांच किमी दूर शिप्रा नदी के त्रिवेणी क्षेत्र में एक के बाद कई बार पानी में धामाका हुआ है। यहां पहले तेज रोशनी हुई इसके बाद पानी में धमाके हुए। धमाकों से पानी उछला और आग निकलने लगी। आग का धुआं लोगों ने अपनी आंखों से देखा है। इस नजारे के बाद आस-पास के क्षेत्र में दहशत का माहौल है। इस नजार के बाद यहां हड़कंप मच गया।
प्रत्यक्षदर्शी लोगों ने बताया कि यहां पहले एक चमकदार रोशनी दिखाई दी। इसके बाद धमाकों के साथ पानी ऊपर उछला और आग के साथ धुआं निकलने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है। हालांकि इस घटना को व्यक्ति हताहत नहीं हुआ है। मामले की जानकारी जिले के कलेक्टर आशीष सिंह को भी दे दी गई है। वैज्ञानिकों को मामले की सूचना के बाद जांच में जुट गए हैं।
आज पहुंचेगी भूवैज्ञानिकों की टीम
जिले के कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि कुछ लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने यह पूरी घटना देखी है और प्रत्यक्षदर्शियों ने इसका एक वीडियो भी बनाया है। वीडियो में दिख रहा है कि नदी में कुछ धमाके होने के बाद रोशनी होती है और पानी उछलता है। इसके अलावा, वहां पर धुआं भी दिखाई दे रहा है। सिंह ने कहा कि मामले की जानकारी मिलने के बाद हमने तुरंत ही घटनास्थल का मुआयना कर लिया है। इसमें हैरानी की बात यह है कि धमाके पानी में हुए यह थोड़ा मुश्किल है। आज वैज्ञानिकों की टीम भी यहां पहुंचेगी। यहां से पानी के सैंपल भी लिए गए हैं। जिसकी पीएचई प्रयोगशाला में जांच की जाएगी। बता दें 13 मार्च शनिश्चरी अमावस्या है।
इस मौके पर त्रिवेणी संगम पर अमावस्या पर स्नान के लिए मालवांचल से हजारों श्रद्धालु आते हैं। हालांकि जहां धमाके हो रहे वह जगह नदी में पुराने स्नान घाट से दूर है। कई श्रद्धालु मुख्य घाट को छोड़कर यहां भी स्नान के लिए आ जाते हैं। ऐसे में प्रशासन के लिए यह भू-गर्भीय घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई है। स्टॉपडेम के आसपास धमाके होने से स्टॉपडेम को भी खतरा होने की आशंका है। भूमिगत पेट्रोलियम/गैस भंडार से रिसाव होता है तो हवा के सम्पर्क में आने पर वह ज्वलनशील हो जाता है। पृथ्वी में होने वाली भूगर्भीय हलचल से भी हो सकती है। लेकिन अभी तक कारणों का पता नहीं चल सका है।