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नई दिल्ली: आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन की शुरुआत की।
बता दें कि यह सुविधा जनकपुरी पश्चिम से बॉटनिकल गार्डन तक देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन का सफर 37 किलोमीटर का होगा। यह ट्रेन दिल्ली मेट्रो का हिस्सा होगी इससे मेट्रो के संचालन में इंसानी भूल की आशंका खत्म हो जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) जारी किए गए बयान के मुताबिक, ड्राइवरलेस ट्रेन पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी और मानवीय गलतियों की आशंकाओं को खत्म कर देगी सूत्रों के मुताबिक बताया गया है कि, ड्राइवरलेस मेट्रो में कुछ समय तक निगरानी के लिए ड्राइवर को बैठाया जाएगा लेकिन फिर उसे हटा दिया जाएगा।
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ड्राइवरलेस मेट्रो की प्रमुख खास बातें
– ड्राइवरलेस मेट्रो का सिस्टम बहुत सेफ है, इसकी खास बात तो यह है कि इसमें अगर कभी दो मेट्रो एक ही ट्रैक पर आ जाएं तो एक तय दूरी पर अपने आप रुक जाएंगी।
– मेट्रो में सफर करते समय यात्रियों को कई बार झटके लगते हैं लेकिन ड्राइवलेस ट्रेन में ऐसा नहीं होगा।
– ट्रेन में चढ़ने-उतरने के दौरान पैसेंजर्स को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
Delhi: PM Narendra Modi inaugurates India’s first driverless train on Delhi Metro’s Magenta Line & launches National Common Mobility Card on the Airport Express Line, via video conferencing. pic.twitter.com/QpDTPZ8Z3h
— ANI (@ANI) December 28, 2020
कैसे काम करता है इसका सिस्टम
ड्राइवरलेस मेट्रो का सफर कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नलिंग सिस्टम (CBTC) से लैस है। जो कि एक वाई-फाई की तरह काम करता है। बता दें कि यह सिस्टम मेट्रो को सिग्नल देता है जिससे वह चलती है। इसके साथ ही ट्रेन में लगे रिसीवर सिग्नल मिलने पर मेट्रो ट्रेन आगे बढ़ाया जाता है। जानकारी के मुताबिक विदेश के कई मेट्रो में इस सिस्टम का उपयोग किया जाता है। DMRC के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कम्युनिकेशन), अनुज दयाल के मुताबिक मैजेंटा लाइन के बाद 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरुआत की जाएगी।