भोपाल। गुरूवार की रात भोपाल पुलिस और एक व्यवसायी के बीच तीखी बहस देखने को मिली। सबसे खास बात ये रही है कि बहस कर रहा व्यवसायी न केवल रसूखदारों का नाम लेकर पुलिसकर्मियों को धमका रहा था बल्कि पुलिसकर्मियों को गंदी गंदी गालियां भी दे रहा था और पुलिस बस व्यवसायी को शांत कराने में लगी थी।
गालियां देते हुए कहा कि अभी यहीं परेड करवा दूंगा
पुलिसकर्मियों के द्वारा गाड़ी रोके जाने के बाद व्यवसायी ने पुलिसकर्मियों को धमकाते हुए कहा कि मेरे दुकान पर मंत्री, आईजी समेत कई रोज आकर बैठते है। पुलिस वालों को गालियां देते हुए कहा कि अभी यहीं परेड करवा दूंगा। व्यवसायी का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने बगैर वजह बताए कार रुकवा ली और कॉलर पकड़ ली। मुझे जल्दी अस्पताल पहुंचना था, इसके बाद भी मुझे रोक लिया गया।
ये है मामला
गुरूवार की रात लगभग 8 बजे भोपाल पुलिस पुराने पुलिस कंट्रोल रूम के सामने वाहन चैकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक भोपाल के व्यवसायी की चार पहिया वाहन वहां से गुजर रहा था तभी पुलिस ने इस वाहन को रोकने के हाथ दिया। व्यवसायी ने कार थोड़ी आगे बढ़ाई तो पुलिसकर्मी ने स्टेयरिंग पकड़ लिया। व्यवसायी ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी ने उनकी कॉलर पकड़ ली। व्यवसायी वायरल वीडियो में कह रहा है कि मुझे जल्दी अस्पताल पहुंचना था। कहने के बाद भी पुलिस ने नहीं सुना और बदतमीजी की। इससे नाराज व्यवसायी ने कार से बाहर निकला और उक्त पुलिसकर्मी को गंदी गंदी गालियां देने लगा। मंत्री, आईजी और अन्य राजनेताओं का हवाला देते हुए व्यवसायी ने पुलिस स्टाफ की परेड कराने तक की धमकी दे दी।
सीट बेल्ट नहीं लगाए थे, इसलिए रोका
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी उन्हें गाली न देने की समझाइश देते सुनाई दे रहे हैं। पुलिसकर्मियों ने कॉलर पकड़ने की बात से इनकार किया है। उनका कहना है कि व्यवसायी ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी, इसलिए उन्हें रोका गया।
मान्यवर के चार शोरूम है मेरे
पुलिस और व्यवसायी सुमित अग्रवाल के बीच तीखी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। व्यवसायी पुलिसकर्मियों को धमकाते हुए बोला कि भोपाल में मेरे चार मान्यवर के शोरूम है। गंदी गंदी गालियां देते हुए कहा मेरे फूफा जी पुलिस के बड़े अधिकारी है। इतना ही नहीं व्यवसायी सुमित अग्रवाल नेता और मंत्रियों की धौंस भी दी और पुलिसकर्मियों को दो मिंट में रोड पर परेड लगवाने कर धमकी भी दी। हालांकि इस मामलें में अभी तक किसी पुलिस अधिकारी और नेता का बयान सामने नहीं आया है।