रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक दिसंबर से शुरू हो रही धान खरीदी के लिए आज से किसानों को टोकन मिलने शुरू हो गए। यह टोकन एक सप्ताह तक वैध रहेगा। निर्धारित तारीख तक धान नहीं बेच पाने वाले किसान नया टोकन ले सकेंगे। वहीं, एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने के बाद रकबे में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। यदि रकबे में कोई संशोधन की जरूरत होगी तो उसे 30 नवंबर तक कराया जा सकेगा।
इस साल सरकार ने 90 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य तय किया है। धान खरीदी की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने गुरुवार को बैठक ली थी। इस बैठक में संभागायुक्त, कलेक्टर और जिलों में धान खरीदी से संबंधित अन्य अफसरों के साथ मंत्रालय के आला अधिकारी भी शामिल थे। बता दें कि इस साल धान बेचने के लिए 21.48 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है। जो पिछले साल से 2.49 लाख ज्यादा है। किसानों की संख्या के साथ रकबा बढ़ने से किसानों की सुविधा के लिए राज्य में लगभग 260 नए धान उपार्जन केंद्र भी खोले गए हैं।
धान खरीदी की कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे निगरानी
1 दिसंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी के लिए कांग्रेस समितियों का गठन करेगी। जो कि जिला, ब्लॉक, खरीदी केंद्र स्तर पर समिति का होगा गठन होगा। समिति गठन करने के लिए PCC ने जिला अध्यक्षों को पत्र भेजा, समिति किसानों की समस्या का समाधान भी करेंगे। वहीं दूसरे राज्यों से आने वाले धान को रोका जाएगा। PCC ने राजीव भवन में कंट्रोल रूम बनाया है और धान खरीदी समस्याओं के लिए जारी किया फोन नंबर