नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच अब लोगों की आस कोरोना वैक्सीन पर आकर रुकी है। लोगों को वैक्सीन के मार्केट में आने का बेसब्री से इंतजार है। भारत में वैक्सीन के आने की तैयारियां शुरू हो गई है। सरकार ने प्रारूप तैयार किया है कि किसको कैसे कोरोना वैक्सीन मिलेगी।
खबरों के मुताबिक सरकार एक SMS व्यवस्था तैयार कर रही है। जिससे की कोरोना की दवा फैक्टरी से निकलने से लेकर मरीज को टीका लगने तक उसे ट्रेक किया जाएगा। इसे स्वदेशी इंटेलीजेंस नेटवर्क के जरीए किया जाएगा और हर शख्स को कब वैक्सीन लगेगी इस बारे में SMS करके बताया जाएगा कि उसे किस दिन टीका लगेगा, कहां लगेगा।
संभावना कि आक्सफोर्ड यूनिविर्सिटी द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन भारत में आएगी। इस वैक्सीन को ब्रिटेन की फॉर्मा कंपनी एस्ट्रेजेनिका भारत के सीरम इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर तैयार कर रही है। इसके अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भी सरकार मंजूरी दे सकती है।
चार श्रेणियों में होगा लगेगी वैक्सीन
1. सबसे पहले हेल्थवर्कस को वैक्सीन को लगेगी। देश के करीब 1 करोड़ से अधिक हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका दिया जाएगा। इनमें एमबीबीएस के छात्रों सहित डॉक्टर, नर्स और आशा कार्यकर्ता शामिल रहेंगे।
2. कोरोना वैक्सीन को लेकर दूसरे नंबर पर 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स खड़े हैं जिन्हें वैक्सीन दी जाएगी। इन वर्कर्स में नगर निगम व पुलिस कर्मी और सशस्त्र बलों से संबंधित कर्मी शामिल हैं।
3. तीसरे पायदान पर 50 साल से अधिक उम्र के लोग शामिल रहेंगे। लेकिन इनमें भी 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को, जिन्हें कोरोना से संक्रमित होने का खतरा अधिक है, 26 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
4. स्पेशल कैटेगरी के 1 करोड़ लोग: इस समूह में 50 से नीचे के लोग शामिल होंगे, हालांकि इसमें वैसे लोग प्राथमिकता में होंगे, जिन्हें पहले से कोई बीमारी हो।
5. ऐसे लोगों मुफ्त में टीका दिया जाएगा। वैक्सीन के लाभार्थियों को आधार कार्ड के जरिए ट्रैक किया जाएगा, मगर वैक्सीन के लिए आधार अनिवार्य नहीं होगा। अगर किसी के पास आधार कार्ड नहीं है तो वह किसी सरकारी पहचान पत्र के जरिए वैक्सीन पा सकता है, बशर्ते उस पर उसका फोटो हो।