भोपाल: पुष्य नक्षत्र का दिन खरीदारी का बहुत ज्यादा महत्व माना जाता है। क्योंकि पुष्य नक्षत्र ( Pushya nakshatra 2020 ) को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है, वहीं इस बार नक्षत्रों के राजा पुष्य शनिवार और रविवार के दिन आने से शनि और रवि पुष्य का संयोग बनेगा। इस बार दिवाली ( Diwali 2020 ) के सात दिन पहले खरीदी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र 24 घंटे 40 मिनिट रहेगा।
वहीं ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन सोने के आभूषण, खाता बही के साथ नई वस्तुओं की खरीदी स्थायी फल प्रदान करती है। साथ ही धन-धान्य में वृद्धि भी होती है। पुष्य नक्षत्र के आने से शहरों में रौनक बढ़ जाती है और सराफा व्यापारी भी इसकी तैयारियों में पहले से जुट जाते हैं।
व्यापारियों को खासी उम्मीद
पुष्य नक्षत्र से लेकर दीपावली तक ज्वेलरी के साथ ही कपड़ों की खरीदारी भी शुभ मानी जाती है। ऐसे में व्यापार और बढऩे की उम्मीद है, जिसके लिए व्यापारियों ने तैयार कर ली है।
इस बार संजीवनी बनकर आ रहा है पुष्य नक्षत्र
कोरोना काल में दशहरा के बाद कारोबार के लिए पुष्य नक्षत्र एक संजीवनी बनकर आ रहा है। इस दिन आभूषणों की खरीदारी का खास महत्व है। इसे देखते हुए स्वर्ण आभूषण की खरीद पर प्रति 10 ग्राम पर 1100 रुपये की छूट व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था दीपावली तक रहेगी
पुष्य नक्षत्र में खरीदारी का शुभ मुहूर्त ( Pushya nakshatra shubh muhurt)
चौघड़ियानुसार शनिवार (7 अक्टूबर) को खरीदी के मुहूर्त
– शुभ : सुबह 8:09 से 9:39 बजे तक।
– चंचल: दोपहर 12:40 से 2:09 बजे तक।
– लाभ : दोपहर 2:10 से 3:39 बजे तक।
– अमृत : दोपहर 3:40 से 5:09 बजे तक ।
चौघड़ियानुसार रविवार (8 अक्टूबर) को खरीदी के मुहूर्त
– शुभ : सुबह 6,40 से 8.10 बजे तक।
– अमृत : सुबह 8.11 से 9.40 बजे तक।
– चंचल : सुबह 9.41 से 11.10 बजे तक।
– लाभ : दोपहर 2.10 से 3.40 बजे तक।
– शुभ : शाम5.10 से 6.40 बजे तक।