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भोपाल। प्रदेश में चुनावी जंग में जनता से जुड़े मुद्दे गायब है और निजी हमले हो रहे हैं। पहली बार ‘गद्दार’ वाले बयान पर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर आरोप लगाने में जुटे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन के ज्योतिरादित्य सिंधिया को गद्दार कहने पर सांवेर से बीजेपी के उम्मीदवार Tulsi Silawat तुलसी सिलावट ने पलटवार किया है। तुलसी ने जयवर्धन को जवाब देते हुए कहा कि, ‘आप उम्र में छोटे हैं इसलिए अभी तक जवाब नहीं दे रहा था, लेकिन आज हद पार कर दी। उन्होंने कहा कि, दिग्गी के परिवार के अकबर से लेकर जाकिर नाइक तक के किस्से गिना दूं क्या। दरअसल जयवर्धन ने अपने ट्वीट में कहा था कि, ‘सिंधिया के लिए सत्य के मायने अलग हैं। 1857 में जो गद्दारी की थी, उस समय उसको भी यह सत्य की जीत का नाम ही देते थे।
सिन्धिया जी के लिये सत्य के मायने अलग है। 1857 में जो गद्दारी की थी उस समय उसको भी यह सत्य की जीत का नाम ही देते थे।
जो सत्य था आज इतिहास उसका गवाह है।
संयम रखिये…
"जनमत और इतिहास न्याय करेगा"— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) October 25, 2020
तुलसी सिलावट बोले
तुलसी सिलावट ने जयवर्धन के आरोपों पर कहा कि, ‘आप उम्र में छोटे हैं। इसलिए अभी तक जवाब नहीं दे रहा था। आपके पूर्वजों की देश और धर्म के साथ गद्दारी के किस्सों से रंगे पड़े हैं। एक शीर्षक है- मुगलों और अंग्रेजों के मुखबिर थे दिग्गी के पूर्वज। सच को खंडित नहीं किया जा सकता हुजूर। पहले मराठा युद्ध में गरीबदास की भूमिका को कैसे खंडित करेंगे?’ जाकिर नाइक जैसे दरिंदे को शांति दूत मानने को कैसे खंडित करेंगे? और हां शिवसेना के उद्धव जी ने जिन शब्दों के साथ आपके परिवार का आदर किया था। उनसे भी उसका खंडन करवाएंगे क्या?