भोपाल। भारत सरकार ने सितंबर में पबजी PUBG GAME सहित 118 चाइनीस एप्स बैन कर दिए थे। सरकार इन एप को देश की सुरक्षा को खतरा बताया था। प्ले स्टोर , एप्पल स्टोर में से भी इसे हटा दिया, लेकिन बैन पबजी गेम अभी तमाम लोग खेल रहे हैं। इस गेम को खेलने के लिए वे देश की सुरक्षा से समझौते को तैयार हैं, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि प्रतिबंधित एप को लोग कैसे यूज कर रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट्स कहना है कि लोग बीपीएन के जरिए दूसरे देशों के आईपी एड्रेस पर पबजी और टिक टॉक जैसे बैन आप को एक्सेस कर रहे हैं।
इस तरह से चला रहे है एप
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि लोग दो तरीके से बैन ऐप को प्ले स्टोर से यूज कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स ने बताया कि पहला तरीका इंडिपेंडेंट android app स्टोर से तो दूसरा तरीका प्रॉक्सी सर्वर की मदद से। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि कुछ लोग ऐपटॉएड नाम के एप से अपने स्मार्टफोन में बैन ऐप को चला रहे हैं तो वहीं दूसरी वह दूसरा तरीके प्रॉक्सी सर्वर की मदद से आईपी एड्रेस बदला जा सकता है जिस कारण ip-address को बदलकर लोग इस बैन एप को को चला रहे हैं।
मोटी कमाई कर रहे लोग
इसके पहले खबर ये भी आई थी कि देश में चाइनीज एप्लीकेशन पबजी बैन (Chinese App Ban) होने के बाद भी इसके यूजर्स इसे इंस्टॉल करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। पबजी यूजर्स (PUBG User) इस एप्लीकेशन को अपने मोबाइल में डाउनलोड कराने के लिए हैकर्स को हजारों रुपए तक दे रहे हैं। जिससे हैकर्स की उच्छी खासी मोटी कमाई हो रही है।
अपने मोबाइल में डाउनलोड करवा था
पबजी गेम की दिवानगी इसी से समझ जाइये की लोग इसे खेलने के लिए 5000 रुपए तक खर्च कर रहे हैं। पबजी यूजर्स इसके लिए बकायदा सोशल मीडिया पर एक ग्रुप बनाया गया है। कुछ दिन पहले ही गुजरात (Gujrat) के सूरत (Surat) से ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां पबजी यूजर्स ने 5000 रुपये खर्च कर इस गेम को अपने मोबाइल में डाउनलोड करवा था।
युवाओं में हिंसा को बढ़ावा देने वाला प्रतिबंधित ऑनलाइन गेम पब्जी
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता एवं मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव विक्की खोंगल ने युवाओं में हिंसा को बढ़ावा देने वाले ऑनलाइन गेम पब्जी को मध्यप्रदेश में पूर्णतः प्रतिबंधित करने की मांग राज्य शासन से की है। खोंगल ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित ऑनलाइन गेम पब्जी जो कि युवाओं में हिंसात्मक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाला ऑनलाइन गेम है। यह मध्यप्रदेश में एपीके फाइल के जरिए आसानी से डाउनलोड कर धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। राजधानी भोपाल में हाल ही में हुई एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार की घटना में भी पब्जी गेम की संदिग्ध भूमिका सामने आई थी खोंगल ने मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ को ज्ञापन देकर पब्जी गेम डाउनलोड करने वाली लिंक को ब्लॉक करने एवं पब जी को मध्यप्रदेश में पूर्णतः प्रतिबंधित करने की मांग की है।