बैतुल: क्या आपने कभी सुना है, एक देह का दो जगह अंतिम संस्कार हुआ हो। क्या ये मुमकिन है, नहीं तो आपको बताते हैं कि बैतुल में ऐसा ही कुछ हुआ है। जहां एक मृतक के धड़ का अंतिम संस्कार बैतूल में हुआ तो उसके सिर का अंतिम संस्कार बैंगलूरू में हुआ।
दरअसल, बैतूल रेलवे स्टेशन के पास राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से कटकर एक युवक की मौत हो गई थी। बैतूल GRP जब मौके पर पहुंची, तो उसे बिना सर की लाश मिली। जीआरपी ने शव के सिर की खूब तलाश की लेकिन वो नहीं मिली लिहाजा परिजनों ने बिना सिर के ही अंतिम संस्कार कर दिया।
तीन दिन बाद मिला मृतक का सिर
मतक का सिर तीन दिन बाद बैंगलुरू में खड़ी ट्रैन में फंसा मिला। बैंगलुरू GRP ने तुरंत इसकी जानकारी रेलवे के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में शेयर की, जिसके बाद युवक के सिर की शिनाख्त की गई। लेकिन परिवार उस सिर को लाने बंगलूरू जाने में असमर्थ था। लिहाजा बेंगलुरू जीआरपी ने वहीं पर सिर का अंतिम संस्कार कर दिया।
नगर पालिका में काम करता था युवक
रवि कोठी बाजार इलाके में रहता था और नगर पालिका में काम करता था। स्वजनों के मुताबिक रवि कई दिनों से काम पर नहीं जा रहा था। तीन अक्टूबर को संभवत: वह घूमते हुए माचना पुल पर चला गया और ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई।