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ग्वालियर। चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने बड़ा बयान Imarti Devi Big Statement दिया है। सिंधिया को लेकर इमरती देवी ने कहा कि ‘मैं घर बैठ सकती हूं, लेकिन सिंधिया को नहीं छोड़ सकती। सिंधिया मेरी राजनीति की वल्दियत हैं। बता दें जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी थी। उस समय भी इमरती देवी का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें वे कहती नजर आई थीं कि महाराज कुएं में गिरने को कहेंगे तो मैं कुएं में गिर जाऊंगी, लेकिन जहां महाराज रहेंगे वहां साथ रहूंगी।
#जनसंपर्क_विधानसभा_क्षेत्र_डबरा#मिल_रहा_अपार_जन_समर्थन
आज वार्ड क्र. 23 शिव कॉलोनी डबरा में जनसम्पर्क कर नुक्कड़ सभा को संबोधित किया और परिवार के सदस्यों के बीच जाकर उनका आशीर्वाद लिया। pic.twitter.com/WGUwihj9Eu
— Imarti Devi (@ImartiDevi) October 9, 2020
वहीं उपचुनाव में ग्वालियर की डबरा सीट पर मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है यहां कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई इमरती देवी मैदान में हैं। हालांकि उनके लिए यहां मुकाबला कांग्रेस से ही नहीं बल्कि रिश्तों से भी है। क्योंकि कांग्रेस ने यहां उनके समधी सुरेश राजे को अपना उम्मीदवार बनाया है।
मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा
दतिया जिले की डबरा सीट पर मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है। यहां से कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाली और शिवराज सिंह चौहान में कैबिनेट मंत्री इमरती देवी भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। इमरती देवी के लिए यहां मुकाबला कांग्रेस से ही नहीं बल्कि रिश्तों से भी है। यहां उनके समधी सुरेश राजे को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है।
मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया
पिछले तीन चुनाव से विधानसभा पहुंच रहीं इमरती देवी के लिए इस बार मुकाबला आसान नहीं होने वाला है। एक तरफ जहां वे नई पार्टी से मैदान में हैं वहीं उपचुनाव में बसपा ने यहां से उम्मीदवार उतारकर इसे त्रिकोणीय बना दिया है।
पार्टी छोड़ने में संकोच नहीं किया
मंत्री इमरती देवी जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी थी तो इमरती देवी का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वो कहती नजर आई थीं कि ‘महाराज कुआं में गिरने को कहेंगे तो कुएं में गिर जाऊंगी लेकिन जहां महाराज रहेंगे वहां साथ रहूंगी।’ ये घटना ये बताने के लिए काफी है कि वो सिंधिया की सिपाही हैं। यही वजह रही कि जब सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी तो 56 हजार वोट से जीतने के बावजूद इमरती देवी ने पार्टी छोड़ने में संकोच नहीं किया।