भोपाल। आदिम जाति और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह ने कहा है कि भोपाल जिले के बैरसिया की कंजर जाति को अनुसूची में शामिल करने के लिए प्रक्रिया चल रही है और पात्र पाए जाने पर अनुसूची में लिया जाएगा। मंत्री मीना सिंह रविवार को बैरसिया में क्रेडिट कैम्प में स्वसहायता समूह को ऋण वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थी। स्थानीय विधायक विष्णु खत्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
70 लाख रुपए के ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किये
मंत्री मीना सिंह ने यहां 165 स्वसहायता समूहों को एक करोड़ 70 लाख रुपए के ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का मूल मंत्र है,”सशक्त महिलाएं सशक्त मध्यप्रदेश”।उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के 15 वर्षों में महिलाएं चौका चूल्हा और घूंघट से निकलकर घर परिवार के साथ समाज और देश प्रदेश के विकास में सहभागी बनी हैं।मीना सिंह ने कहा कि स्वसहायता समूह से जुड़कर आज प्रदेश के लाखों गांव में महिलाओं ने नए नए कामकाज शुरू कर न केवल स्वयं को सशक्त किया है समाज को भी सम्बल प्रदान किया है।
सहयोग को प्रोत्साहित करना शुरू किया
आदिम जाति कल्याण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के आजीविका मिशन के क्रियाकलापों से समाज की महिलाओं के प्रति सोच में बड़ा बदलाव आया है और पुरुषों ने आधी आबादी के सहयोग को प्रोत्साहित करना शुरू किया है। मीना सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी बहनों और बेटियों के विकास के लिए लगातार योजनाओं का क्रियान्वयन करते रहते है।उन्होंने कहा कि बैरासिया के अब तक 20 हजार परिवार इन समूहों से जुड़े है,शेष 10 हज़ार परिवार को भी स्वसहायता समूह से जोड़कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाये।
हाट बाजार विकसित किया जाएगा
बाद में मंत्री सिंह ने प्रतीकात्मक रूप से 25 स्वसहायता समूह को एक एक लाख के ऋण स्वीकृति पत्र भेंट किये।इस अवसर पर विधायक खत्री ने कहा कि समूहों के उत्पादों के विक्रय के लिए जल्दी ही एक एकड़ क्षेत्र में हाट बाजार विकसित किया जाएगा।