रायपुर. कोरोना के इलाज के नाम पर निजी अस्पताल अब मनमाने दाम नहीं वसूल सकेंगे। भूपेश सराकर ने निजी अस्पतालों की मुनाफाखोरी पर अंकुश की पूरी तैयारी कर ली है। सरकार ने अस्पतालों को तीन कैटेगरी A, B और C में बांटा है, जहां कोरोना के इलाज के रेट फिक्स कर दिए हैं। A श्रेणी के शहरों में सबसे ज्यादा खर्च, जबकि C श्रेणी वाले शहरों में इलाज का खर्च सबसे कम होगा।
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New Year 2025: अंग्रेजी तिथि के नए साल 2025 में हम प्रवेश कर गए हैं। नया साल भी अलग-अलग है।...