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नई दिल्ली। चीन ने एक बार फिर शनिवार-रविवार दरमियानी रात पैंगोग लेक के पास फिंगर एरिया में चीन के सैनिकों ने घुसपैठ करने की कोशिश की है। भारतीय सेना ने चीनी घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब दिया है। सूत्रों के मुताबिक इस झड़प में कोई भारतीय सैनिक हताहत नहीं हुआ है।
कोशिश को नाकाम कर दिया
गलवान झड़प के 75 दिन बाद फिर चीन ने यथास्थिति का उल्लंघन किया है। सेना के मुताबिक, 29 अगस्त की रात चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख के भारतीय इलाके में घुसपैठ की कोशिश की। भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों की इस कोशिश को नाकाम कर दिया।
शांति कायम करने के लिए प्रतिबद्ध
भारत ने यह भी कहा कि हमारी सेना बातचीत के जरिए शांति कायम करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन हम अपनी सीमाओं की सुरक्षा करना जानते हैं। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए चुशूल में ब्रिगेड कमांडर लेवल की बातचीत भी हो रही है। गौरतलब है कि 15 जून को लद्दाख के गलवान में चीन और भारत के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे।
आए दिन भारत की संप्रुभता पर हमला हो रहा है,
आए दिन हमारी सरज़मीं पर क़ब्ज़े का दुस्साहस,
आए दिन देश की धरती पर चीनी घुसपैठ,
मोदी जी, पर “लाल आँख” कहाँ हैं,
चीन से आँखों में आँखें डाल कब बात होगी,
पी.एम मौन क्यों हैं?#indiachinastandoff pic.twitter.com/r4zX9jYRRO
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 31, 2020
पी.एम मौन क्यों हैं?
उधर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट करते हुए कहा है कि “देश की सरजमीं पर कब्जे का नया दुस्साहस। रोज नई चीनी घुसपैठ। पैंगोंग इलाका, गोगरा व गलवान वैली, डेपसंग प्लैनस, लिपुलेख, डोका लॉ व नाकु लॉ पास । फौज तो भारत मां की रक्षा में निडर खड़ी है, पर मोदी जी की “लाल आंख” कब दिखेंगी? चीन से ओखों में आंखें डाल कब बात होगी, पी.एम मौन क्यों हैं?
पैंगोंग झील को जानिए…
पैंगोंग झील का 45 किलोमीटर क्षेत्र भारत में स्थित है
90 किलोमीटर क्षेत्र चीन में पड़ता है
झील के 2 तिहाई हिस्से पर चीन का नियंत्रण
करीब एक तिहाई हिस्से पर भारत का नियंत्रण
झील तक चीन ने बना रखी है सड़क
LAC झील के मध्य से होकर गुजरती है
झील की सटीक स्थिति को लेकर अक्सर भ्रम की स्थिति रहती है
1962 में चीन ने पैंगोंग झील से किया था मुख्य हमला
पैंगोंग सो लेह के दक्षिणपूर्व में 54 किलोमीटर की दूरी पर है
पैंगोंग सो झील 14,270 फीट यानी 4,350 मीटर ऊंचाई पर स्थित है