भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के 9 जिलों के 411 से ज्यादा गांवों में भीषण बाढ़ आई है। बाढ़ में फंसे 7 हजार से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। बाढ़ राहत के लिए बड़ी संख्या में राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां पर रूकने, भोजन, दवाओं आदि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।
प्रदेश के तीन जिलों होशंगाबाद, सीहोर तथा रायसेन में कई गांव बाढ़ से घिर गए हैं। वहां फंसे अधिकतर लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। शेष को बाहर निकालने की प्रक्रिया जारी है। छिंदवाड़ा जिले में 5 व्यक्तियों को एयर लिफ्ट कर सुरक्षित बचाया गया है। रेस्क्यू कार्य के लिए वायु सेना के हेलीकॉप्टर बुलाए गए थे, जो खराब मौसम के कारण नहीं आ पाए हैं। मौसम ठीक होते ही हेलीकाप्टर्स के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन किया जाएगा। होशंगाबाद, रायसेन और सीहोर जिलों मे बाढ़ सहायता के लिए सेना बुलाई गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्यों में लगी हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी रात वे स्वयं जागकर प्रदेश के बाढ़ राहत कार्यों की निरंतर मॉनीटरिंग की। इसके लिए उन्होंने अपने निवास कार्यालय को ही कंट्रोल रूम बना लिया है। सीएम ने लोगों से अपील कि है कि वे इस विषम परिस्थिति में संयम और धैर्य रखें। बाढ़ में फंसे हर व्यक्ति को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा तथा शासन की ओर से हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी। उन्होंने समाज सेवी संगठनों आदि सभी से आग्रह किया है कि वे बाढ़ राहत में प्रशासन का पूरा सहयोग करें।
सीएम शिवराज ने पीएम मोदी से की बात
वहीं बाढ़ को लेकर पीएम मोदी से सीएम शिवराज ने फोन पर बात की और प्रदेश के हालातों की जानकारी दी। सीएम शिवराज ने बताया की 411 गांव बाढ़ से प्रभावित है। फिलहाल कोई जनहानी नहीं हुई है। सेना और NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। सेना के 5 हेलीकॉप्टर की मदद ली गई है।