भोपाल. प्रदेश के 10 संभागीय मुख्यालयों में अनुसूचित जाति वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को ज्ञानोदय आवासीय विद्यालयों में अध्ययन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन विद्यालयों का संचालन अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है। विभाग ने इन विद्यालयों के संचालन में पिछले वर्ष करीब 25 करोड़ रुपये की राशि खर्च की है। पिछले वर्ष ज्ञानोदय विद्यालय का कक्षा 10 का परीक्षा परिणाम 99.04 प्रतिशत और कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 95.08 प्रतिशत रहा है।
प्रदेश में प्रथम चरण में 7 आवासीय विद्यालय प्रारंभ किये गये। दूसरे चरण में वर्ष 2013 से 3 संभागीय मुख्यालय होशंगाबाद, शहडोल एवं मुरैना में यह विद्यालय प्रारंभ किये गये। ज्ञानोदय विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक गणित, विज्ञान और वाणिज्य विषयों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। प्रथम चरण में इन विद्यालयों की सीट क्षमता 280 थीं। जिन्हें बढ़ाकर वर्ष 2017-18 में 640 सीट किया गया है। वर्ष 2019 में जेईई मुख्य परीक्षा में ज्ञानोदय विद्यालय के 26 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।
ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय में अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा योग्य तथा अनुभवी शिक्षकों की पद स्थापना की गई है। इन विद्यालयों में मेस का संचालन अधीक्षक एवं छात्र नायक समिति के द्वारा किया जा रहा है। शिष्यवृत्ति की 90 प्रतिशत राशि मेस संचालन और 10 प्रतिशत राशि छात्रों के खाते में सीधे जमा कराई जा रही है। प्रत्येक विद्यालय में सीट वृद्धि किये जाने से एक कन्या और एक बालक छात्रावास भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। भवन निर्माण केलिये बजट में 75 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।