कोरोना वायरस महामारी अब दुनिया भर में अपना कहर बरपा रही है। इसके कारण दुनिया भर में लाखों की संख्या में लोग कोरोना का शिकार हुए हैं। लेकिन कोरोना वायरस को लेकर कई तरह के शोध चल रहे हैं, क्योंकि इसके फैलने और लक्षणों में अलग-अलग लोगों में अलग-अलग बदलाव हैं। वहीं इस मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरुवार को पैकेजिंग फूड में वारयस के प्रसार के बारे में रिपोर्ट जारी की है।
दरअसल चीन के शहर शेनझेन (Shenzhen) के लोकल डिजीज कंट्रोल ने ब्राजील से भेजे गए फ्रोजन चिकन का सैंपल लिया था। जब नियमित जांच कराई गई तो सैंपल रिपोर्ट आई तो पता लगा कि फ्रोजन चिकन के विंग में कोरोना वायरस था। इसके बाद चीन ने आगाह भी किया। लेकिन इस खबर के आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) ने बयान दि कि खाने और इसकी पैकेजिंग से वायरस के प्रसार के कोई सबूत नहीं मिले हैं। इसको लेकर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इस बारे में एक रिपोर्ट जारी कर ये जानकारी दी है।
रॉयटर्स ने WHO के इमरजेंसी कार्यक्रम के प्रमुख माइक रयान के हवाले से बताया कि ‘लोगों को खाने या फूड पैकेजिंग से डरना नहीं चाहिए. इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि खाने की चीजों या उनकी पैकेजिंग की वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण हो जाए। लोगों को सहज और सुरक्षित महसूस करना चाहिए.’ हालांकि WHO ने कहा कि उसने लाखों पैकेजों का टेस्ट किया है और 10 से भी कम में वायरस की उपस्थिति पाई गई है।