विशालाक्षी पंथी
Raw Garlic Benefits: आमतौर पर लहसुन को खाने में पका कर खाया जाता है। इससे खाने का स्वाद भी बढ़ता है और उसके जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी आप तक पहुंचते हैं। लेकिन पके हुए लहसुन से ज्यादा कच्चा लहसुन आपको फायदा पहुंचा सकता है।
कच्चे लहसुन में आयुर्वेदिक लाभ होते हैं। साथ ही इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। इससे कच्चा लहसुन आपके पाचन में मदद करता है और कैंसर सेल के विकास को भी रोकता है।
इस तरह कच्चा लहसुन पाचन से लेकर बड़ी-बड़ी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। आइए कच्चे लहसुन के हेल्थ पर होने वाले फायदों पर एक नजर डालते हैं।
वायरल इंफेक्शन से बचाता है
अक्सर सर्दी होने पर आपकी मां ने आपको लहसुन खाने की सलाह दी होगी। दरअसल, लहसुन में एंटीवायरस प्रॉपर्टी होती है। ये आपके शरीर को वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।
इम्यूनिटी बूस्ट करता है
लहसुन का इस्तेमाल इसके एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के लिए किया जाता है। यह गुण इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। साथ ही वायरस और माइक्रोऑर्गेनिज्म से लड़ने के लिए शरीर की कैपेसिटी को भी बढ़ाते हैं।
पाचन सुधरता है
रोज कच्चा लहसुन खाने से पाचन से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं। कच्चा लहसुन आपके पेट में बैड बैक्टीरिया को खत्म करता है और गुड बैक्टीरिया को बचाता है। इससे आपका डाइजेस्टिव सिस्टम सही ढंग से काम करता है।
ब्लड प्रेशर कम करता है
यदि आपका ब्लड प्रेशर अक्सर हाई रहता है तो आपको कच्चा लहसुन खाना चाहिए। कच्चे लहसुन में एलिसिन होता है। एलिसिन ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। साथ ही ये ब्लड के फ्री फ्लो को सुविधाजनक बनाता है।
पीरियड क्रैम्प से राहत देता है
पीरियड्स के दौरान क्रैम्प से राहत पाने के लिए कच्चा लहसुन एक बेहतरीन घरेलू उपचार है। कच्चा लहसुन पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो सुधारता है और यूट्रस को रिलैक्स करने में मदद करता है। इसके अलावा कच्चा लहसुन मेंस्ट्रुअल साइकिल को रेगुलेट करने में भी मदद करता है।
हार्ट प्रॉब्लम्स से बचाता है
कच्चा लहसुन ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम करता है। साथ ही सेल डैमेज को भी रोकता है। इसके अलावा कच्चा लहसुन खाने से आपकी आर्टरी में प्लाक बिल्ड अप कम होता है। इससे आपको हार्ट से जुड़ी बीमारियों ( Garlic Benefits in hindi) का खतरा कम रहता है।
कैंसर का जोखिम कम करता है
कच्चे लहसुन में कैंसर-प्रिवेंटिव गुण होते हैं। ये गुण कैंसर सेल को बनने से रोकते हैं। इसके अलावा लहसुन में पाए जाने वाले केमिकल्स डीएनए रिपेयर करते हैं। साथ ही कैंसर का रिस्क कम होता है।
ओस्टियोआर्थराइटिस में देता है फायदा
लहसुन महिलाओं में ओस्टियोआर्थराइटिस (गठिया) के स्तर को कम करने में कई तरीकों से मदद करता है। लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
ओस्टियोआर्थराइटिस में जोड़ों में सूजन और दर्द होता है, और लहसुन (Raw Garlic Benefits in hindi) के नियमित सेवन से इन लक्षणों को कम किया जा सकता है। लहसुन में सल्फर युक्त यौगिक होते हैं, जो दर्द निवारक और सूजन-रोधी प्रभाव डालते हैं।
इसके अलावा, लहसुन का सेवन इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है, जिससे शरीर की प्राकृतिक चंगाई प्रक्रियाएं बेहतर तरीके से काम करती हैं और जोड़ों की स्थिति में सुधार होता है।