इंदौर। प्रदेश समेत पूरे देश में साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं। शातिर बदमाश कभी एटीएम मशीन से छेड़छाड़ कर या फिर फर्जी सोशल मीडिया एकाउंट बनाकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इतना ही नहीं साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि इन्हें पुलिस के सीनियर अधिकारियों भी डर नहीं है। साइबर ठगों ने इंदौर के SP आशुतोष बागरी की फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर पैसे मांगे हैं। पहले अपराधियों ने एसपी बागरी की फर्जी फेसबुक आईडी बनाई और फिर लोगों को उससे जोड़कर लाखों रुपए की मांग की है।
एसपी ने खुद इसकी जानकारी दी है। एसपी बागरी ने इसके लिए लोगों को सावधान करते हुए लिखा कि ये फेक ID है, कृपया रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। उनके इतना लिखते ही उन सभी दोस्तों ने स्क्रीन शॉट्स शेयर किए, जिन्हें जालसाज ने रिक्वेस्ट भेजी थी। बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब साइबर ठगों ने पुलिस अधिकारियों की ही आईडी से खिलवाड़ लोगों से पैसे हड़पने का प्रयास किया हो। इससे पहले 16 मई को ADG वरुण कपूर और 13 मई को इंदौर (वेस्ट) के SP महेश चंद्र की Facebook ID बनाकर लोगों से रुपयों की मांग की थी।
लगातार बढ़ते जा रहे ठगी के मामले
इस तरह के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं पुलिस भी इन मामलों को देखते हुए सतर्क हो गई है। बता दें कि पिछले कुछ समय से लगातार इस तरह से ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें साइबर अपराधी किसी व्यक्ति की फर्जी आईडी बनाते हैं और सगे-संबंधियों को रिक्वेस्ट भेजते हैं। इसके बाद आरोपी सबसे पैसों की मांग करते हैं। इस तरह की शिकायतें पहले भी पुलिस को मिल चुकी हैं। वहीं पुलिस भी इसको लेकर सोशल मीडिया के सहारे लोगों को जागरुक कर रहे हैं।
प्रदेश समेत पूरे देश में इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। साइबर क्राइम SP जितेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि कोरोना काल में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं। साइबर आरोपी पहले प्रभावशाली व्यक्तियों के फर्जी अकांउट्स बनाते हैं। इसके बाद संबंधियों से जुड़कर पैसे की मांग करते हैं। पैसे मिलते ही आरोपी गायब हो जाते हैं। इस तरह की पहले भी कई शिकायतें आ चुकी हैं। पुलिस लगातार इन आरोपियों पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं सोशल मीडिया के जरिए ही लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है।