Khandwa News : अभीतक तो आपने लड़का-लड़की या फिर भगवान शंकर की बारात देखी होगी, लेकिन क्या आपने कभी किसी पेड़ की बारात देखी वो भी 60 साल पुराना पेड़ हो, नहीं ना, लेकिन ऐसी बारात मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में देखने को मिली, इस अनोखी बारात में एक 60 साल पुराने पेड़ को गाने बाजे के साथ ले जाया गया। दरअसल, एक 60 साल पुराने भारी भरकंप पीपल के पेड़ को एक स्थान से दूसरे स्थान शिफ्ट किया गया है। इस काम में करीब डेढ़ लाख रूपये खर्चा और 6 महीनों का समय लगा।
क्यों निकाली बारात?
जानकारी के अनुसार खंडवा के कोलोनाइजर रितेश गोयल ने हैदराबाद के एक विशेषज्ञ को बुलाकार करीब 60 साल पुराने पीपल के पेड़ को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट कराया। पेड़ को जब शिफ्ट कराया जा रहा था उस दौरान गाजे बाजे के साथ पेड़ को ले जाया गया। कॉलोनाइजर रितेश गोयल ने यह इसलिए किया क्योंकि उन्होंने कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से अपने ही लोगों को खोते हुए देखा था। पेड़ को एक रैली के रूप में पूरे शहर में भ्रमण करके घुमाया गया। पेड़ को शिफ्ट करने की प्रक्रिया बीते 6 माह से चल रही थी। बीते शनिवार को दो क्रेनो की मदद से पेड़ को उठाया गया और 15 किलोमीटर दूर अन्य जगह स्थापित किया गया।
पेड़ की बारात में विधायक, महापौर
जब शहर की सड़को से ढ़ोल गाजे बाजों के साथ पेड़ को लेजाया जा रहा था तो दृश्य बारात की तरह था। इस मौके पर स्थानीय विधायक, महापौर और शहर के कई लोग शामिल हुए। रितेश गोयल के इस अनोखे कार्य की सरहाना की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसकी एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई जाएगी, ताकि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जा सके।
विभाग से ली गई परमिशन
रितेश गोयल ने पेड़ को शिफ्ट करने के लिए डेढ़ लाख रूपये खर्च किए है। बकायदा उन्होने पेड़ शिफ्ट करने के लिए फॉरेस्ट विभाग से इसकी अनुमति ली और हैदराबाद से एक विशेषज्ञ को बुलाकर पेड़ शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की। इस काम में करीब 6 महीने का वक्त लगा। हैदराबाद से आए विशेषज्ञ भाग्य रेड्डी ने बताया कि वह अभी तक करीब 200 पेड़ से अधिक पेड़ एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित शिफ्ट कर चुके हैं वही शहर महापौर अमृता यादव और विधायक ने रितेश गोयल की कार्य की सराहना की और कहा की यह एक पर्यावरण बचाव के लिए अच्छा संदेश है।