नई दिल्ली। आज यानि 30 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5वीं बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में जहां हिस्सा ले रहे है वहीं पर वर्चुअल समिट के दौरान संबोधन दिया है जिसमें बिम्सटेक को आने वाले समय के लिए महत्वपूर्ण बनाते हुए स्वर्णिम अध्याय रचने की बात कही गई है। आपको बताते चलें कि, बिस्मटेक बहुत बड़ा संगठन है।
वर्चुअल समिट में क्या बोले पीएम मोदी
आपको बताते चलें कि, आज बिम्सटेक के साथ पीएम मोदी की वर्चुअल मीट है जिस दौरान संबोधन देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, बिम्सटेक की स्थापना का ये 25वां वर्ष है इसलिए आज के समिट को मैं विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानता हूं, इस लैंडमार्क समिट के परिणाम बिम्सटेक के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय लिखें जाएंगे। साथ ही बताया कि, पिछले महीनों से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध का असर इस संगठन पर पड़ा है। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि, यह महत्त्वपूर्ण कार्य समय और अपेक्षा के अनुरूप पूरा हो, इसके लिए भारत सचिवालय के ऑपरेशन बजट को बढ़ाने के लिए 10 लाख डॉलर की वित्तीय सहायता देगा।
हमारे आपसी व्यापार को बढ़ाने के लिए बिम्सटेक FTA के प्रस्ताव पर शीघ्र प्रगति करना आवश्यक है। हमें अपने देशों के उद्यमियों और स्टार्टअपके बीच आदान-प्रदान भी बढ़ाना चाहिए। इसी के साथ हमें ट्रेड फ़ैसिलिटेशन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानदंड को अपनाने का भी प्रयत्न करना चाहिए: PM pic.twitter.com/bfgV3Imqdh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 30, 2022
FTA के प्रस्ताव पर शीघ्र प्रगति करना आवश्यक
आपको बताते चले कि, देश में बिम्सटेक की क्षमता में इजाफा करने के लिए सबसे पहले सचिवालय की क्षमता बढ़ाना आवश्यक है। इसके लिए आवश्यक है कि, सेक्रेटरी जनरल इस लक्ष्य की प्राप्ति के एक रोडमैप तैयार करे। आपसी व्यापार बढ़ाने के लिए बिम्सटेक FTA के प्रस्ताव पर शीघ्र प्रगति करना आवश्यक है. हमें अपने देशों के उद्यमियों और स्टार्टअप्स के बीच आदान-प्रदान भी बढ़ाना चाहिए। जिसके लिए परिवर्तन करना आवश्यक है।