लेकिन उम्र ढलने के साथ-साथ हमारा शरीर हमारा साथ छोड़ने लगता है। साथ ही ऐसे में हम आर्थिक रूप से भी कमजोर हो जाते हैं। इस समय पर बुजुर्ग अपने परिवार और बच्चों से उम्मीदें लगाने लगते हैं।
कई बार उन्हें उम्मीद की जगह उपेक्षा का सामना करना पड़ता है। इसी उपेक्षा से बुजुर्गों को बचाने और बुजुर्गों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर जागरूकता के लिए हेल्पा ऐज इंडिया की ओर से विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर शासकीय होम्योपैथिक महाविद्यालय सभागार, आयुष परिसर, भोपाल में एक वर्कशॉप का आयोजन किया ।
बुजुर्गों के लिए अनुकूल वातावरण निर्माण करना
इस बार विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस 2024 के उपलक्ष में आयोजित हुई वर्कशॉप का विषय “साझेदारी को प्रेरित करना था”।
इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ जनों की देखभाल के लिए एक समान और अनुकूल वातावरण का निर्माण करना था। जिससे समाज के सभी वर्गों – शिक्षक, युवा, उद्योगपति, सरकारी और गैर-सरकारी संगठन, परिवार के सदस्य एवं अन्य सभी शामिल हो सके।
हेल्पज इंडिया की रिपोर्ट हुई रिलीज
इसके बाद हेल्पज इंडिया की राज्य प्रमुख श्रीमती संस्कृति खरे ने रिपोर्ट रिलीज कर विभिन्न आंकड़ों को साझा किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी भारत के कई राज्यों के प्रमुख शहरों में हेल्पज इंडिया की रिसर्च के महत्वपूर्ण निष्कर्ष प्रस्तुत किए गए.
हेल्पज इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार बुजुर्गों के डिजिटल सशक्तिकरण के मामले में, 59% बुजुर्गों के पास कोई डिजिटल उपकरण उपलब्ध नहीं था। उनमें से जो उपयोग करते थे, उनमें सबसे आम उपकरण स्मार्टफोन था।
48% पुरुष बुजुर्गों के पास किसी डिजिटल उपकरण का पहुंच था, जबकि 33% महिला बुजुर्गों के पास था। आयु बढ़ने के साथ डिजिटल उपकरण के पहुंच में भारी गिरावट आई।
बात करें बुजुर्गों के साथ हुए शोषण की तो 7% बुजुर्ग उत्तरदाताओं को शोषण का सामना करना पड़ा, और 5% ने इस सवाल का उत्तर देने से इनकार कर किया।
कार्यक्रम में अतिथियों ने विचार किए व्यक्त
इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा, सीनियर सिटीजन और परिवार के सदस्य मौजूद थे। इस अवसर पर हेल्पएज इंडिया ने शासकीय होम्योपैथिक अस्पताल को वॉकर और स्टिक भेंट किए गए।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों ने वरिष्ठ जनों की देखभाल हेतु अनुकूल वातावरण के निर्माण में समाज के विभिन्न वर्गों के योगदान पर अपने विचार व्यक्त किए।