Top 5 बेस्ट सेलर में शामिल IAS शर्मा की किताब ‘विद्रोही संन्यासी’

भोपाल: वरिष्ठ IAS राजीव शर्मा की किताब विद्रोही संन्यासी अमेजन ( Amazon) पर पिछले चार सप्ताह में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब में शामिल हो गई है। इतना ही नहीं टॉप 5 बेस्ट सेलर बुक के साथ साथ अपने सेगमेंट हिस्टोरिकल फिक्शन में टॉप 10 में शामिल है। वहीं अंग्रेजी किताबों के बीच हिंदी में यह इकलौती किताब है जो टॉप रैंकिंग पर है।
‘विद्रोही संन्यासी’ राजीव शर्मा की पांचवीं किताब
बता दें कि यह किताब राजीव शर्मा द्वारा लिखी गई पांचवी किताब है। इसके पहले राजीव शर्मा ने तीन कविता संग्रह ‘उम्र की इक्कीस कतियां’, ‘धूप के ग्लेशियर’ और ‘प्रिज्म’ लिख चुके हैं। उनकी चैथी किताब युग युगीन मंडला थी। ‘विद्रोही संन्यासी’ लिखने के लिए के लिए उन्होंने देशभर के सभी शंकराचार्य मठों का दौरा कर वहां के अनुभवों को अपनी किताब में समेटा है। यह किताब आदिशंकर पर लिखा गया हिंदी का पहला उपन्यास है। इस पुस्तक के माध्यम से आदि शंकराचार्य के जीवन के अनेक अनछुए, अनदेखे प्रसंग राजीव के कल्पनाशील लेखनी से साकार हो उठे हैं। शर्मा की दो किताब संग्रह वर्ड्स ऑफ बांधवगढ़, बांधवगढ़ के राजा बाघ तैयार हैं। इसके अलावा अब उन्होंने भगवान परशुराम पर नई किताब लिखना शुरू की है।
काफी रोचक तरीके से प्रस्तुत, आदि शंकराचार्य विद्रोही संन्यासी क्यों
आदि शंकराचार्य विद्रोही संन्यासी क्यों इस विषय पर राजीव शर्मा ने अपनी पुस्तक में बहुत ही सुंदर व रोचक तरीके से प्रस्तुत किया है। उन्होंने अपनी किताब में उल्लेख किया है कि किस तरह अपने समय में आदि शंकराचार्य जीवन की विकृत परंपराओं के विरूद्ध उठ खड़े हुए। विद्रोही संन्यासी हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का अनूठा प्रयास है।