इंदौर। स्वच्छता का रिकार्ड Indore enterprises will colse प्राप्त करने वाले इंदौर में पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए एक और अहम कदम उठाने जा रहा है। जिसमें शहर में कोयला औश्र लकड़की से चलने वाले लगभग 4 हजार उपक्रमों को सरकार बंद करने की तैयारी में है। इसे लेकर शुरुआत भी कर दी गई है।
इंदौर ने एयर क्वालिटी सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा दिया है। शहर में ऐसे 4 हजार से ज्यादा उपक्रमों को बंद करने का फैसला लिया गया है जो कोयले और लकड़ी से चलते हैं। इसकी शुरूआत शहर के मशहूर 56 दुकान बाजार और सराफा चौपाटी से की गई है। जहां कोयला-लकड़ी की भट्टियां लगी हुईं हैं। बताया जा रहा है इससे शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स
सुधरेगा।
व्यापारी एसोसिएशन ने दिय आश्वासन —
56 दुकान व्यापारी एसोसिएशन ने 3 दिन में कोयला और लकड़ी की भट्टियों को हटाने का आश्वासन दिया है। जिसमें सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह और नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल से चर्चा के बाद मिला है। व्यापारी भी मानते हैं कि कोयला और लकड़ी का उपयोग बंद होने से धुआं नहीं होगा। जिससे पर्यावरण प्रदूषण कम हो जाएगा।
क्या कहते हैं व्यापारी —
56 दुकान की प्रसिद्ध जॉनी हाट डाग के संचालक विजय राठौर का कहना है। कि कोयले औऱ लकड़ी की भट्टियां बंद होने से स्वाद पर तो असर पड़ेगा। लेकिन बढ़ते वायू प्रदूषण और उसके सुधार के लिए प्रशासन का फैसला मानना भी जरूरी है।
क्या कहते हैं अधिकारी —
कलेक्टर मनीष सिंह मानते हैं कि इंदौर शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। जिसे ध्यान में रखते हुए ये कदम उठाए जा रहें हैं। शहर में करीब 4 हजार ऐसे उपक्रम जिनमें कोयले और लकड़ी की भट्टियों का इस्तेमाल होता है। साथ ही प्रदूषण फैलाने वाले कारखाने और पुराने वाहनों को बंद कराने के लिए जिला प्रशासन के साथ साथ पॉल्यूशन विभाग और नगर निगम प्रयास कर रहे हैं।