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भोपाल। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले की बेनगंगा नदी पर 4 करोड़ की लागत से बने पुल के ढहने के मामले में जीएम और असिस्टेंट मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया है। इतना ही नहीं प्रदेश के सिवनी और छिंदवाड़ा जिले में दो और पुल बहे थे अब दोनों की जांच शुरू कर दी गई। इस पुल को भोपाल के ठेकेदार एसव्ही कंस्ट्रक्शन ने बनवाया था।
उद्घाटन नहीं हो सका था
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सिवनी जिले की बेनगंगा नदी पर 4 करोड़ की लाग पुल का निर्माण किया गया था। बरबसपुर-सुनवारा-आमानाला मार्ग पर यह पुल बनाया गया था। जून 2020 में इसका काम भी पूरा हो गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से इसका उद्घाटन नहीं हो सका था। 30 अगस्त को प्रदेश में भारी बारिश के बाद यह पुल नदी में बह गया,जिसके बाद अधिकारियों और ठेकेदारों की पोल खुल गई। 30 अगस्त को ढहने के मामले में ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के जीएम जेपी मेहरा और असिस्टेंट मैनेजर एसके अग्रवाल को सस्पेंड कर दिया गया है।
6 में से 4 स्पान बह गए
30 अगस्त को हुई दो दिन की बारिश में पीडब्ल्यूडी के 2012 और 2016 में 10 करोड़ रुपए की लगात से बने दो बड़े पुल भी बह गए थे। सिवनी जिले के केवलारी पलारी भीमगढ़ मार्ग पर बेनगंगा पर 2012 में 5.43 करोड़ रुपए से बने पुल के 25-25 मीटर के 6 में से 4 स्पान बह गए थे। इसे तिरुपति कंस्ट्रक्शन कंपनी घोड़ाडोंगरी (बैतूल) ने बनाया था। इसकी परफॉर्मेंस गांरटी 27 नवंबर 2015 को समाप्त हो गई।