2000 Note: भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सोमवार को दावा किया कि 2,000 रुपए के नोटों का आपराधिक गतिविधियों व अवैध व्यापार में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है, लिहाजा सरकार को इसे चरणबद्ध तरीके से बंद कर देना चाहिए। सांसद सुशील मोदी ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, बाजार में गुलाबी रंग के 2,000 रुपए के नोटों का दर्शन दुर्लभ हो गया है।
काले धन की जमाखोरी के लिए किया जा रहा 2000 को नोट का इस्तेमाल
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा, “2016 में 500 रुपये और 1000 रुपये के पुराने नोटों को तेज गति से बदलने के लिए आरबीआई द्वारा 2000 रुपये के नोट पेश किए गए थे, लेकिन पिछले तीन वर्षों में उनकी छपाई कई चुनौतियों से जुड़ी हुई है। ऐसी सूचना है कि लोगों ने इसकी जमाखोरी की है और इसका इस्तेमाल आतंकी फंडिंग, मादक पदार्थों की तस्करी और काले धन की जमाखोरी के लिए किया जा रहा है।”
साथ ही उन्होंने कहा कि चूंकि भारत डिजिटल लेन-देन का केंद्र बन रहा है, जिसमें बड़ी मात्रा में निपटान भी शामिल है, इसलिए 2,000 रुपये के उच्च मूल्य वाले करेंसी नोट की सीमित आवश्यकता है। सुशील मोदी ने केंद्र से एक निर्धारित समय अवधि के भीतर 2,000 रुपये के नोट को धीरे-धीरे बंद करने का आग्रह किया ताकि लोग अपने वैध नोटों को कम मूल्यवर्ग के नोटों में बदल सकें।
किन देशों में अधिकतम कितने के नोट
बता दें कि अमेरिका में अधिकतम 100 डॉलर का नोट है। चीन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय यूनियन में अधिकतम 200 तक ही नोट हैं। इंडोनेशिया में एक लाख मूल्य तक के नोट चलते हैं। वहीं, पाकिस्तान और श्रीलंका में 5,000 के नोट हैं। इन दोनों देशों की अर्थव्यवस्था डांवाडोल स्थिति में है ।