Bangladesh Elections: बांग्लादेश में चुनाव से 2 दिन पहले शुक्रवार को भारतीय चुनाव आयोग के 3 सदस्य ढाका पहुंचे। ये अंतरराष्ट्रीय चुनाव पर्यवेक्षक दल (ऑब्जर्वर टीम) के तौर पर चुनाव प्रक्रिया को मॉनिटर करेंगे।
#WATCH | Bangladesh Foreign Secretary Masud bin Momen says, "…Prime Minister Sheikh Hasina with her zero-tolerance policy on any kind of terrorism and her promise not to let any inch of Bangladesh land used for any forces to our neighbours- India and also Myanmar…So, we are… pic.twitter.com/Vb1da0jEVL
— ANI (@ANI) January 6, 2024
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, बांग्लादेश ने चुनाव को लेकर तैयारी पूरी कर ली है। इन चुनावों को मॉनिटर करने के लिए भारत सहित करीब 30 देशों और EU के लगभग 180 एक्सपर्ट्स मौजूद रहेंगे।
बांग्लादेश की जनता खुद तय करेगी अपनी भविष्य
हाल हीं में सत्ताधारी पार्टी आवामी लीग ने ऑब्जर्वर टीम के साथ मीटिंग की। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने चुनावों को लेकर गुरुवार को कहा था कि ये बांग्लादेश का घरेलू मुद्दा है।
बांग्लादेश की जनता अपनी भविष्य खुद तय करेगी।
वोटिंग के दौरान हड़ताल करेगा विपक्ष
बांग्लादेश में 7 जनवरी को होने वाले आम चुनावों से पहले शुक्रवार को मुख्य विपक्षी पार्टी BNP ने 11 विपक्षी दलों के साथ मिलकर 48 घंटों की हड़ताल की घोषणा की है।
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यह हड़ताल शनिवार से सोमवार सुबह 6 बजे तक चलेगी। विपक्षी दलों ने जनता से चुनाव का बहिष्कार करने को कहा है।
जनता 299 सीटों पर करेगी वोटिंग
7 जनवरी को पड़ोसी मुल्क में सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू होगी। इसके बाद 8 जनवरी को चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। चुनाव प्रचार शुक्रवरा सुबह 8 बजे से थम चुका है। बांग्लादेश के चुनाव आयोग के मुताबिक, इलेक्शन में जनता 299 सीटों पर वोटिंग करेगी।
विपक्षी पार्टी पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
इस बीच विपक्षी पार्टियों ने निष्पक्ष चुनाव न होने की आशंका जताते हुए इसको बॉयकॉट करने की घोषणा की है। इसके चलते एक बार फिर शेख हसीना की जीत की संभावना दिख रही है।
हसीना ने मुख्य विपक्षी दल BNP पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है।
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बाकी नेताओं ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया
इसमें सबसे बड़ा नाम BNP की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान का है। हसीना के मुताबिक वे बांग्लादेश का पैसा दूसरे देशों को भेज रहे हैं।
इलेक्शन में भाग ना लेने के फैसले पर रहमान ने कहा कि जिस चुनाव के नतीजे पहले से तय हों, उसमें हिस्सेदारी का कोई मतलब नहीं है।
चुनाव पारदर्शी तरीके से नहीं हो रहे हैं, ऐसे में उनकी नेता खालिदा जिया और पार्टी के बाकी नेताओं ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
PM हसीना ने देश से माफी मांगी
दूसरी तरफ PM शेख हसीना ने चुनाव से पहले अपने आखिरी भाषण में जनता से माफी मांगी। उन्होंने कहा- अगर मैंने अपने कार्यकाल के दौरान कोई गलती की है, तो मैं आपसे माफी मांगती हूं।
अगर मुझे दोबारा सरकार बनाने का मौका मिलता है, तो मैं इन गलतियों को सुधारने की पूरी कोशिश करूंगी। मैं चाहती हूं कि आप लोग मुझे यह मौका जरूर दें।
इसके साथ ही हसीना ने लोगों ने 7 जनवरी को वोट जरूर डालने की अपील की।
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