नई दिल्ली: कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन अब बढ़ता ही जा रहा है। इसी कड़ी में अब किसानों ने देशभर में रेल ट्रैक पर धरना देने का फैसला किया है। फिलहाल उनके द्वारा स्थिति स्पष्ट नहीं है कि धरना कब दिया जाएगा लेकिन गुरुवार को कुंडली बर्डर पर हुई प्रेस वार्ता में मोर्चा के सदस्य बूटा सिंह बुर्जगिल ने कहा कि उनकी तरफ से सरकार को कृषि कनूनों को रद्द करने का समय 10 दिसंबर तक दिया गया था, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। इसलिए अब रेलवे ट्रैक पर धरना दिया जाएगा। इसे लेकर कोई दिन निश्चित नहीं है।
सयुक्त किसान मोर्टा की ओर से रेलवे ट्रैक पर धरना देने की तारीख जल्द ही बताई जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में कुछ टोल प्लाजा तो पहले से ही फ्री हैं, जो फ्री नहीं हैं उन्हें शनिवार यानी 12 दिसंबर को फ्री कर दिया जाएगा। इसके साथ ही देशभर के सभी टोल प्लाजा को एक दिन के लिए फ्री कर दिया जाएगा। इसके अलावा 14 दिसंबर को पंजाब के सभी जिलों में DC दफ्तरों के बाहर घरने दिए जाएंगे।
टीकरी बार्डर पर दिखाई गई शरजील इमाम व उमर खालिद की फोटो
किसानों के आंदोलन में टीकरी बार्डर पर दिल्ली दंगे की साजिश रचने के आरोपित व जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और शरजील इनाम की फोटो दिखाने के मामलों में एक सवाल पूछा गया जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि दस दिसंबर को यानी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर टीकरी बार्डर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कुछ संगठनों ने मानवाधिकार दिवस पर इस सरकार या इससे पहले की सरकार के समय में मानवाधिकार के नियमों का उल्लंघन किए जाने को दिखाया होगा। उन्होंने कहा कि यह लोग किसी पार्टी से जुड़े हुए नहीं हैं।