रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पर नई रणनीति तैयार की गई है। केंद्रीय वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार ने जवानों से फीडबैक लिया है और बंद कमरों में नई रणनीति पर अफसरों से चर्चा की। केंद्रीय वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार दो दिवसीय दौरे पर बस्तर पहुंचे थे, जहां उन्होंने जवानों से मुलाकात की और फीडबैक लिया।
बुधवार को बीजापुर और सुकमा के अंदरूनी इलाकों का दौरा करने के बाद उन्होंने जगदलपुर में नक्सल ऑपरेशन में जुटे पुलिस और सुरक्षा बलों के आला अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें हालात पर संतोष जताया है। उन्होंने अफसरों से कहा सभी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता सुरक्षा और विकास है। दोनों के बिना सफलता मुश्किल है। केंद्रीय सुरक्षा सलाहकार ने नक्सलियों की पुनर्वास नीति लोन वराटू और बदलेम एडका की तारीफ की।
हाल ही में नक्सल विरोधी अभियान में गति लाने के लिए डीजीपी ने भी समीक्षा बैठक ली थी। जिसमें केंद्र से मिली अतिरिक्त 5 बटालियन को कहां और किस तरीके से डिप्लॉय करने पर चर्चा हुई।
बस्तर में हालात बेहतर जरूर दिखाई दे रहे हैं। लेकिन बस्तर में नक्सलियों का इतिहास रहा है कि दबाव बढ़ने पर वो बैकफुट पर आ जाते हैं और जैसे ही मौका मिलता है किसी बड़ी घटना को अंजाम देने से नहीं चूकते। लेकिन अब देखना होगा कि बंद कमरों में बनी रणनीति नक्सलवाद के खात्मे में कितनी कारगर साबित होती है।