बच्चे ने किडनैपर्स से कहा ‘अंकल मैं आपको जानता हूं’…और इसके बाद हैवानों ने ले ली जान

जबलपुर: 13 साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। इस मामले में किडनैपर्स और परिजनों का एक ऑडियो सामने आया है। जिसमें साफ समझ आ रहा है कि बच्चे के परिजन से आरोपियों ने 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। बच्चे की हत्या के बाद भी फिरौती मांगने का सिलसिला जारी रहा।
बच्चे ने आरोपियों में से एक आरोपी को पहचान लिया था। लेकिन पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने बच्चे की हत्या कर दी। वहीं पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जहां एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मौत हो गई है।
इस अपहरण और हत्याकांड के मुख्य आरोपी राहुल विश्वकर्मा की पुलिस हिरासत में कल रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस ने अभी इसकी वजह साफ नहीं की है। उसे कल ही बच्चे के अपहरण और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उसका जुलूस भी निकाला था, फिलहाल पुलिस ने उसका शव पोस्टमार्ट के लिए भिजवाया है।
‘अंकल मैं आपको जानता हूं’ कहना साबित हुआ जानलेवा
मुख्य आरोपी राहुल विश्वकर्मा बच्चे के पिता मुकेश लांबा का परिचित था। उनका मृतक के घर आना-जाना था और परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए बच्चे के किडनैप की योजना उसने एक महीने पहले ही बना ली थी। इसके बाद से ही किडनैपर्स लगातार घर और आसपास रेकी कर रहे थे। किडनैपिंग के बाद जब बच्चे ने राहुल को देखा तो उसको पहचान लिया और बोला कि अंकल मैं आपको जानता हूं। बस यही बात मासूम की जान पर भारी पड़ गई और पहचान उजागर होने के डर से किडनैपर्स ने बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी।
15 अक्टूबर की शाम घर के पास से किया था अपहरण
यह मामला 15 अक्टूबर की शाम सात बजे का है। जब आरोपितों ने शहर के धनवंतरि नगर क्षेत्र से आदित्य लांबा का उसके घर के सामने से अपहरण कर लिया था। बच्चा नजदीकी दुकान से बिस्किट लेने के लिए गया था। घटना के 15 मिनट के अंदर आदित्य की मां के फोन पर आरोपितों ने 2 करोड़ रुपये फिरौती की मांगी की थी। कब, कहां राशि लाना है यह नहीं बताया था।
इसके बाद आरोपित फोन पर लगातार फिरौती मांगते रहे। जानकारी मुताबिक शुक्रवार 16 अक्टूबर को बच्चे के पिता मुकेश लांबा ने अपने पड़ोसी संजय मिश्रा के जरिए तकरीबन आठ लाख रुपये अपहर्ताओं तक पहुंचा भी दिए थे। जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर चुका था इसलिए उसने तकनीक का इस्तेमाल कर माबाइल लोकेशन को बार-बार बदलता रहा। इसके बाद वारदात दो कारों व दो बाइक का इस्तेमाल किया गया।