Mp mahakaal temple: भारत में भगवान शिव के अनेकों प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर और मठ मौजूद हैं, जिनमें से अनेक स्थान बहुत प्रसिद्ध है, लेकिन देश में कुछ धार्मिक स्थल ऐसे हैं, जहां के बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी होती है।
मध्यप्रदेश के सागर जिले के राहतगढ़ कस्बे में बाबा विश्वनाथ का अद्वितीय शिवलिंग विराजमान है। इस शिवलिंग की खास विशेषता है कि एक पत्थर से ही यह प्राचीन शिवलिंग बना है।
इसकी जलहरी में 108 पूर्ण शिवलिंग स्थापित है यहां एक लोटा जल को चढ़ाकर 108 शिवलिंगों का अभिषेक कर सकते हैं और वहीं एक परिक्रमा करने से 108 परिक्रमा का फल प्राप्त होता है।
एक नजर में एक साथ 108 शिवलिंग के दर्शन होते हैं। एक दीप जलाने से 108 शिवलिंग को दीप जलाने का पुण्य मिलता है।
सागर जिले से 35 किलोमीटर दूरी
बाबा विश्वनाथ का अद्वितीय शिवलिंग सागर से पश्चिम दिशा में करीब 35 किलोमीटर दूर राहतगढ़ में स्थापित है। यह मंदिर करीब 900 साल पुराना बताया जाता है।
राहतगढ़ में बीना नदी के तट पर बनी इस घाट को बनेनी घाट के नाम से जाना जाता है। 108 शिवलिंग वाले महादेव को बाबा विश्वनाथ कहा जाता है।
इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ की स्थापना कब हुई कैसे हुई इसके बारे में कोई किसी के स्पष्ट नहीं है।
मंदिर पुजारी बताते हैं
बाबा विश्वनाथ के मंदिर की जानकारी किसी के पास स्पष्ट नहीं है पर कई पीढ़ियों से सेवा कर रहे मंदिर के पुजारी के वंशज बताते हैं
यह वास्तु शास्त्र के हिसाब से एक पत्थर से निर्मित शिवलिंग है मंदिर के प्रवेश द्वार पर नदी विराजे हैं और गर्भ ग्रह में शिवलिंग स्थापित है।
यहां पर 8 हाथी, 32 खंबे, 8 सहेलि श्री गणेश मुख्य द्वार पर और शिव द्वार पर मोर सर्प लिए हुए बनी हुई है।
सावन और सोमवार को उमड़ती है भीड़
भोलेनाथ को प्रसन्न करने वाला सावन महीने का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। इस सावन के पवित्र महिने में हजारों की संख्या में भक्त यहां महादेव को प्रसन्न करने आते हैं।
भक्त इच्छाओं की पूर्ती के लिए भग्वान से प्राथना करते हैं। इसी क्रम में सावन सोमवार के साथ हर सोमवार को भी भक्त यहां दर्शन करने आते रहते हैं।