अहमदाबाद: कोरोना वायरस का संक्रमण अभी थमने का नाम ही नहीं ले रहा की दूसरी तरफ गुजरात में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों के लिए नई मुसीबत सामने आ गई है। दरअसल, अहमदाबाद में पिछले एक हफ्ते में अब तक 10 ऐसे मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें अब गुलियन बेरी सिंड्रोम के लक्षण सामने आए हैं, जिससे की मरीजों के हाथ-पैर लकवाग्रस्त हो गए हैं।
अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में अब तक 10 मरीज भर्ती हो चुके हैं
दरअसल, अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में ऐसे 10 मरीज इलाज करवा रहे हैं, जो की कुछ समय पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। हालांकि, यह पुराना रोग है और आमतौर पर यह बीमारी उन्हीं मरीजों को होती है, जो या तो कमजोर हैं या फिर उन्होंने हाल ही में लंबा इलाज लिया हो। कोरोना वायरस के दौरान इसका फैलना चिंता की बात है, क्योंकि कोविड में टोसिलिजूमेब और रेमडेसिवीर इंजेक्शन के चलते इम्युनिटी कमजोर हो जाती है।
गुजरात में पिछले 24 घंटे में 1209 और लोगों के ठीक होने से अस्पतालों से अब तक छुट्टी पाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 2 लाख 21 हजार 602 हो चुका है और सक्रिय मामले घट कर 11397 हो गए हैं। वहीं, अस्पताल से डिस्चार्ज होने वालों का सिलसिला लगातार जारी है।
क्या है गुलियन बेरी सिंड्रोम
गुलियन बेरी सिंड्रोम एक स्वप्रतिरक्षित रोग है। स्वप्रतिरक्षित रोग में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ तंत्रिकाओं पर हमला करने लगती है। इससे शरीर में कमजोरी आने लगती है, जबकि हाथों और पैरों में झुनझुनी होने लगती है। समय के साथ गुलियन बेरी सिंड्रोम का विकार पूरे शरीर में फैल जाता है। शुरुआत में इस रोग से श्वसन और सांस संबंधी परेशानियां होती हैं। इसके बाद पूरा शरीर लकवाग्रस्त हो जाता है।
ये हैं गुलियन बेरी सिंड्रोम के लक्षण
- गुलियन बेरी सिंड्रोम की चपेट में आने से व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है
- हाथ-पैर में झुनझुनी महसूस होती है।
- रक्त चाप (Blood pressure) की समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
- चलने या फिर सीढ़ी चढ़ने में समस्याएं होती हैं।
- कोई भी काम करने में जल्दी थकान महसूस होना