शाजापुर/आदित्य शर्मा : शाजापुर में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं में रुकवाटें आई है। आपको बता दें हड़ताल में जाने की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। हङताल कर रहे स्वास्थ्य विभाग की नर्स व संविदा कर्मचारीयों ने अपनी दो सूत्रीय मांगो को लेकर जिला अस्पताल से लेकर नई सड़क मार्ग तक मानव श्रंखला मनाकर जमकर नारेबाजी की तथा स्वास्थ्य कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। इस हड़ताल में नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के सम्मिलित हैै। इसका असर सीधे-सीधे आम जनता पर पड़ने लगा है और आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला अध्यक्ष चित्रा सिंह ने बताया कि लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश में लगभग 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कार्यरत है जो की विगत 1 से 20 वर्षो से लगातार कार्यरत है जिन्होंने कोरोना काल के दौरान भी अपनी जान हथेली पर रखकर लगातार स्वास्थ्य सेवाऐ दी है जिसमें अपने कई साथियों को भी खोया है।
सरकार द्वारा संविदा कर्मचारियों के लिए कैबिनेट में 05 जून 2018 की नीति सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी की गई थी जिसके अनुसार खेल युवा कल्याण विभाग, महिला बाल विकास विभाग, राजस्व विभाग, पशुपालन विभाग, लोक सेवा प्रबंधन विभाग, स्थानीय निधि संपरीक्षा म.प्र. प्रकोष्ठ भोपाल आदि में लागू की जा चुकी है परन्तु एन.एच. एम. के संविदा कर्मचारियों पर आज दिनांक तक लागू नहीं की गई।
उन्हौने बताया कि विगत वर्ष 2021 में आंदोलन के दौरान एन.एच.एम द्वारा जारी पत्र क्र. एनएचएम / एचआर / 2021 /8753 दिया गया था जिसमें कहा गया था कि जून के द्वितीय सप्ताह 2021 तक वित्त विभाग से अन्तिम निर्णय लेकर 05 जून 2018 की नीति लागू कराई जावेगी जो कि आज दिनांक तक लंबित है।