भोपाल। अब मध्यप्रदेश की धरा पर जेब्रा और जिराफ देखने को मिलेंगे। वन मंत्री डॉ. विजय शाह का दावा है कि अगले तीन महीने में अफ्रीका से जेब्रा और जिराफ लाया जाएगा। वन मंत्री का कहना है की 26 जनवरी से पहले जेब्रा और जिराफ को मध्यप्रदेश के वन विहार में बसाया जाएगा ।
देश में 70 साल बाद चीतों की वापसी के बाद अब मध्य प्रदेश एक और नया इतिहास रचने जा रहा है ऐसी खबर निकल कर आ रही है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जेब्रा और जिराफ़ लाने की तैयारी चल रही है ।
भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क प्रबंधन ने केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को वाकायदा प्रस्ताव भी भेज दिया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने बताया है कि प्रदेश का वातावरण जेब्रा और जिराफ के लिए अनुकूल है. इसलिए शिवराज सिंह चौहान सरकार का प्रयास है कि पर्यावरण संतुलन को बढ़ाने के लिए जिराफ और जेब्रा भी लाया जाए. उन्होंने कहा कि अगर कीमत देनी पड़ी या अदला बदली की नौबत आने पर भी सरकार तैयार है।
वन विहार नेशनल पार्क को चिड़ियाघर की मान्यता प्राप्त है. इसलिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को जिराफ और जेब्रा लाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. उन्होंने कहा कि राजधानी के बीचो बीच स्थित होने के कारण वन विहार नेशनल पार्क भारत में अनोखा है. इसलिए पार्क प्रबंधन अब कुछ नया करने के लिए आगे बढ़ रहा है. वन मंत्री विजय शाह ने बताया कि वन विभाग जिराफ और जेब्रा अभियान का अध्ययन कर रहा है. यहां का वातावरण भी पर्यावरण के अनुरूप है अगर अभियान सफल रहा तो आनेवाले कुछ दिनों में जिराफ और जेब्रा भी दिखाई देंगे।
वन विहार में भ्रमण करने आने वाले लोगों के लिए यह एक बड़ी खुश खबरी हो सकती है।देखना होगा सरकार अब आगे क्या और नए कदम उठाती है।