नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) उत्तर पूर्व फ्रंटियर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत देने के मामले में आरोपी एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा दक्षिण दिल्ली के एक होटल में छुपाकर रखी गई 2.04 करोड़ रुपये की नकदी सीबीआई ने जब्त की है।
एजेंसी के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सीबीआई ने एक करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी के मामले में उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एम. एस. चौहान और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने बताया कि अभी तक करीब 4.43 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं।
केन्द्रीय एजेंसी के प्रवक्ता आर. सी. जोशी ने एक बयान में कहा, ‘‘नयी दिल्ली की कैलाश कालोनी स्थित एक निजी फर्म (कथित रूप से रिश्वतखोरी मामले में संलिप्त) के परिसर की गहन तलाशी के दौरान पता चला कि वहां से कुछ चीजों को हटाकर दिल्ली में अन्य जगहों पर छुपाया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गहन तलाशी के बाद उस जगह से करीब 2.04 करोड़ रुपये और अन्य सामग्री आगे की जांच के लिए जब्त की गई है।’’
उन्होंने बताया कि उससे पहले दिल्ली, उत्तराखंड, असम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में अलग-अलग 26 जगहों की तलाशी के दौरान करीब 2.39 करोड़ रुपये बरामद हुए थे।
बयान के अनुसार, ‘‘इसमें एक करोड़ रुपये की कथित रिश्वत भी शामिल है। बताया जाता है कि रिश्वतखोरी के मामले में रंगे हाथों पकड़ी गई यह सबसे बड़ी रकम है।’’
उसमें कहा गया है, ‘‘इसके अलावा आरोपी के परिसर से आभूषण और संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। अभी तक करीब 4.43 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं।’’
यह मामला रेलवे की निविदा देने, बिल पास करने और भुगतान करने का ठेका एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर को देने के लिए 58 वर्षीय चौहान द्वारा एक करोड़ रुपये कथित रिश्वत मांगने से जुड़ा है।
आरोपी कंपनी के निदेशक पवन वैद्य ने कथित रूप से हवाला के जरिए रिश्वत की राशि दिल्ली के अपने कर्मचारी भूपेन्द्र रावत को भेजी। रावत इस राशि को लेकर कथित रूप से देहरादून गए जहां चौहान के रिश्तेदार इन्द्र सिंह ने उनसे यह धन प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने रावत और सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
सीबीआई का आरोप है कि इस मामले में रेलवे के आरोपी अधिकारी कंपनी को लाभ पहुंचाने के एवज में लगातार रिश्वत ले रहे थे।
जोशी ने एक बयान में कहा, ‘‘आरोप यह भी है कि उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे की मौजूदा परियोजनाओं में उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे के कुछ वरिष्ठ अधिकारी निजी ठेकेदारों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।’’
वैद्य उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे की कई मौजूदा परियोजनाओं को लेकर चौहान के संपर्क में था।
एजेंसी ने इस मामले में चौहान, उप मुख्य अभियंता हेम चंद बोरा, सहायक कार्यकारी अभियंता लक्ष्मीकांत वर्मा और रावत को गिरफ्तार किया है।
जोशी ने बताया कि एजेंसी गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर आएगी।
गिरफ्तार आरोपियों के अलावा सीबीआई ने कंपनी और उसके निदेशक वैद्य के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
भाषा अर्पणा मनीषा
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