पीलीभीत। आज के समाज में ऐसे कई मामले सामने आते हैं जो मानवता को शर्मसार कर देते हैं। कई मामले ऐसे होते हैं जो आसपास के लोगों द्वारा के कुकर्म को सामने प्रदर्शित करते हैं। अगर सोचिए ऐसा हो कि कोई 10 साल की मासूम बच्ची हो उसको मारने की साजिश में उसका पूरा परिवार ही लग जाए तो उसे भला कौन बचा सकता है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सामने आ रहा है यहां 10 साल की मासूम बच्ची को चाकू गोदकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले कोई बाहरी लोग नहीं बल्कि उसके परिवार के ही सदस्य थे। उसके चाचा, पिता और दादा ने मिलकर ये कुकर्म किया।
निर्मम तरीके से की हत्या
यह मामला आपको अजीब जरूर लग रहा होगा लेकिन यह सच है दरअसल बच्ची का चाचा रेप केस में फंसा हुआ था। बच्ची के चाचा को बचाने के लिए उन्होंने एक साजिश रची जिसके तहत पीड़िता के पति को कत्ल के झूठे इल्जाम में फंसा देंगे और दबाव बनाकर रेप का केस हटवा देंगे। यह पूरा यह पूरा मामला पीलीभीत के अमरिया थाना क्षेत्र के माधवपुर गांव का है बच्ची का नाम अनम था। वह 3 दिसंबर को खेत में तड़पती हुई पाई गई उसके पेट पर चाकू के गहरे जख्म थे। उसकी हत्या इतनी निर्मम तरीके से किया कि उसकी अतड़िया बाहर निकल आई थी। इतना ही नहीं चेहरे और हाथ पर भी चोट के निशान थे। जब घरवालों को बच्ची मिली तो वह तड़प रही थी और करीब आधे घंटे तक घर वालों के सामने तड़पती रहे और आखिर में उसने दम तोड़ दिया।
रिश्तेदार को फ़साने के लिए की साजिश
फिर जैसा सोचा था परिवारों वालों ने अपने रिश्तेदार शकील पर हत्या का आरोप लगा दिया। जब पुलिस ने छान-बीन शुरू के तो उन्हें पता चला की अनम की हत्या की साजिश में उसके अब्बू अनीस, चाचा शादाब और दादा शहजादे ने रंजिश का बदला लेने के लिए उसकी हत्या की।साजिश में अनीस और शादाब के दो और भाइयों सलीम और नसीम के नाम भी आए। पुलिस ने सभी पांचो आरोपियों को अब हिरासत में ले लिया है।