MP Foundation Day: मध्यप्रदेश आज 67 का हो चुका है। आज प्रदेश अपना 67वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश वासियों को ब्लॉग के माध्यम से स्थापना दिवस की बधाईयां दी है। सीएम शिवराज ने लिखा है कि आज का दिन खुशियां मनाने का दिन है। उन्होंने लिखे ब्लॉग में बीते करीब 20 सालों में प्रदेश में आए बदलावों के बारे में भी बताया और सरकार की उपलब्धियों का बखान किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने लिखा है कि मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन हमारी संस्कृति और उसके जुड़ाव का प्रतिबिम्ब है,अपनत्व का प्रकटीकरण है,मध्यप्रदेश निर्माण का संकल्प और विज़नहै। पिछले कुछ वर्षों में प्रदेशवासियों ने समभाव से मध्यप्रदेश के गौरव और समृद्धि को विस्तार दिया है। मध्यप्रदेश की निरंतर प्रगति और निर्माण ने हमारे आत्म-विश्वास को बढ़ाया है। मध्यप्रदेश न केवल भौगोलिक दृष्टि से देश काहृदय प्रदेश है, बल्कि अपनी बहुरंगी, बहुमुखीविशेषताओं के कारण यह देश के दिल की धड़कन भी है। यह वन, अन्न, खनिज, कला, पर्यटन, शिल्प, कृषि और जल संपदासे समृद्ध है। मध्यप्रदेश की 67 वर्ष की इस यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आये हैं। पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश पिछड़े और बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकलकर अग्रणी राज्य बन गया है।
आज हम आत्म-निर्भर और समृद्ध मध्यप्रदेश की दिशा में अग्रसर हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को आत्मसात करके ही हम आगे बढ़ रहे हैं। हमने जन-कल्याण, सुराज और विकास की त्रिवेणी को शासन तंत्र का आधार स्तंभ बनाकर जनता के जीवन को बदलने का काम किया है। आज का दिन भारत के गौरवशाली, वैभवशाली, शक्तिशाली और समृद्धशाली इतिहास को स्मरण करने और 21वींसदी की चुनौतियों का सामना करने के लिये स्वयं को तैयार करने का अवसर भी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने चुनौतियों को अवसर में बदलने के लिए हमें आत्म-निर्भर भारत के निर्माण का संकल्प दिया है। मध्यप्रदेश इस संकल्प की सिद्धि के लिये प्रयासरत है।
शिवराज ने बताया कितना बदला मध्य प्रदेश
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ब्लॉग में बताया कि साल 2003 में प्रदेश में सिर्फ 44 हजार किलोमीटर सड़कें थी, लेकिन अब 3 लाख किलोमीटर क्षेत्र की सड़कों का विस्तार हो चुका है। पहले प्रदेश में बिजली कभी कभी आती थी, लेकिन अब 24 घंटे बिजली उपलब्ध है। 2003 में विद्युत क्षमता 5 हजार 173 मेगावॉट थी, जो अब बढ़कर 22 हजार 672 मेगावॉट हो गई है। देश में मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में शुरू की है जो की हमने इतिहास रचा है। पहले प्रदेश में 5 मेडिकल कॉलेज थे लेकिन अब 24 कॉलेज है। एमपी ने स्वच्छता में देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश में 72 साल बाद चीते भी एमपी में आए हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि प्रदेश में निवेश के लिए जनवरी 2023 को इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा। सीएम शिवराज ने अंत में लिखा कि मध्य प्रदेश को हार्ट ऑफ इंडिया के साथ ही लंग्स ऑफ इंडिया बनाने का भी प्रयास जारी है।