अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वालीं भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। हाल ही में उन्होंने एक छोटे से बच्चे को गोद लेने का फैसला किया है। साध्वी प्रज्ञा ने जिस बच्चे को गोद लिया है वह भोपाल के बैरसिया थाने में पिछले छह महीने से रह रहा थ। बच्चे का नाम युवराज है जिसकी उम्र आठ साल है। थाने में रहने से पहले बच्चा सड़कों पर भटकता रहता था।
जब सांसद साध्वी प्रज्ञा को बच्चे के बारे में पता चला तो वह उसे गोल लेने थाने पहुंच गई। अभी तक तो बच्चे की देखभाल थाने के पुलिस अधिकारी और जवान करते थे। पुलिस थाने में उसे खाने पीने से लेकर कपड़े तक की व्यवस्था की जाती थी।
मां की हत्या के आरोप में पिता जेल में बंद
दरअसल, युवराज मां की हत्या हो चुकी है। मां की हत्या उसके ही पिता ने की थी। जिसके चलते वह जेल में सजा काट रहा है। पिता के जेल जाने के बाद युवराज की देखभाल करने वाला कोई नहीं था। वह करीब एक साल तक सड़कों पर भटकता रहा और पुलिस थाने में पूछता रहा की उसके पिता कब आएंगे।
थाना बना युवराज का घर
बीते छह महीनों पहले बैरसिया थाना प्रभारी गिरीश त्रिपाठी से उसकी मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान युवराज ने उन्हें अपनी पूरी बात बताई। जांच के दौरान पता चला कि युवराज की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। इसके बाद उसे थाने में रखने का फैसला किया। थाने में ही रहकर वह अपनी पढ़ाई करता था। पुलिस के लोग ही उसके लिए खाना लाते थे। साथ ही किताब-कॉपी और कपड़े की भी व्यवस्था करते थे। इस दौरान वह पुलिसकर्मियों के घर भी रात में चला जाता था।
सांसद साध्वी प्रज्ञा ने लिया गोद
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बैरसिया में चौपाल के दौरान युवराज के बारे में जानकारी मिली थी। जिसके बाद सांसद ने युवराज को गोद ले लिया है। टीआई ने सांसद से कहा था कि अगर मेरा यहां से ट्रांसफर हो जाएगा तो ये बच्चा कहां जाएगा। साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि पुलिस ने एक अलग छवि पेश की है। अब बच्चा मैने गोद ले लिया है, उसकी पढ़ाई लिखाई से लेकर खाने पीना सब में व्यवस्था करूंगी।