जाजपुर। ओडिशा के जाजपुर जिले के कोरेई रेलवे स्टेशन पर सोमवार को एक मालगाड़ी बेपटरी होकर प्लेटफॉर्म तथा प्रतीक्षालय से टकरा गई, जिससे वहां खड़े यात्री उसकी चपेट में आ गए। हादसे में कम से कम तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि ढाई वर्षीय बच्चे समेत सात अन्य लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पूर्वी तटीय रेलवे (ईसीओआर) के अधिकारियों ने बताया कि हादसा सुबह करीब छह बजकर 44 मिनट पर हुआ, जब कुछ लोग प्लेटफॉर्म पर यात्री ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। स्टेशन के कर्मचारियों ने बताया कि डांगोवापोसी से छत्रपुर जा रही खाली मालगाड़ी के ‘लोको पायलट’ (ट्रेन चालक) के अचानक ब्रेक लगाने से उसके आठ डिब्बे पटरी से उतर गए और प्लेटफॉर्म तथा प्रतीक्षालय से टकरा गए।
इससे वहां मौजूद कुछ लोग इसकी चपेट में आ गए। बचाव अभियान पर नजर रखने वाले जाजपुर के अपर जिलाधिकारी अक्षय कुमार मलिक ने बताया कि कुछ डिब्बे ‘फुट-ओवर-ब्रिज’ पर जा चढ़े और प्रतीक्षालय तथा टिकट खिड़की पर गिर गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पटरी से सभी डिब्बों को हटा दिया गया है और अब मलबे में किसी के दबे होने की आशंका नहीं है। उन्होंने कहा कि हादसे में घायल सात लोगों में से छह को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जबकि एक की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान पार्बती बिंधानी, उनकी बेटी कंधेई और अन्य महिला अबसुम बीबी के रूप में हुई है। वहीं हादसे में बिंधानी के साथ मौजूद ढाई वर्ष का एक बच्चा बाल-बाल बच गया।
कंधू बिधानी, जो मौके पर मौजूद नहीं थे, ने कहा कि उनकी मां और बहन कटक जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे इलाज कराने के लिए कटक जा रहे थे। कंधेई के पति ने कहा कि वह रेलवे स्टेशन से बाहर गए हुए थे और इसी दौरान यह हादसा हुआ। मृतक के परिजनों ने मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये या एक सदस्य को रेलवे में स्थायी नौकरी देने की मांग की है। सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए घटना के वीडियो में पटरी से उतरे डिब्बे प्लेटफॉर्म पर नजर आ रहे हैं।
कुछ डिब्बों ने ‘फुट-ओवर-ब्रिज’ के एक द्वार को क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि अन्य ने बिजली के तारों को तोड़ दिया। स्टेशन परिसर की कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं। वीडियो में मौके पर मौजूद स्थानीय लोग भी मलबा हटाने में मदद करते और उसके नीचे लोगों को ढूंढते नजर आ रहे हैं। इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जान गंवाने वाले लोगों के परिवार वालों को पांच-पांच लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रुपये, जबकि मामूली रूप से घायल लोगों को 25-25 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। वैष्णव ने उड़िया भाषा में ट्वीट किया, ‘‘ कोरेई ट्रेन हादसे में लोगों की मौत की खबर से बेहद दुखी हूं।
जान गंवाने वालों के परिवार वालों को पांच-पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 25-25 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।’’ मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी ट्वीट कर हादसे में लोगों के हताहत होने पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को दो-दो लाख रुपये देने और घायलों का मुफ्त इलाज किए जाने की घोषणा की है। पटनायक ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री रमिला मलिक को मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लेने को कहा है। हावड़ा-चेन्नई मार्ग पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं क्योंकि हादसे के कारण दोनों लाइनें अवरुद्ध हो गईं। ईसीओआर ने आठ ट्रेनें रद्द कीं, अन्य पांच ट्रेन के यात्रियों को दूसरी ट्रेन से यात्रा करने या पैसे वापस लेने का विकल्प दिया है।
वहीं 12 ट्रेन के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक दुर्घटना राहत ट्रेन और एक चिकित्सकीय दल मौके पर भेजा गया है। हादसे के कारण भुवनेश्वर और पुरी सहित विभिन्न रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों यात्री फंस गए। उनमें से कुछ पहले ही अपने होटल से ‘चेक-आउट’ कर चुके थे और ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। ईसीओआर ने मदद के लिए आपात ‘हेल्पलाइन नंबर’ 8455889905 (कोरेई स्टेशन), 0674-2534027 (भुवनेश्वर) और 0674-2492245 (खुर्दा रोड) जारी किए हैं। राहत कार्य की निगरानी के लिए ईसीओआर के महाप्रबंधक रूप नारायण सुनकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।