नई दिल्ली। एक बार फिर सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष चुन लिया गया है। 7 घंटे तक चली कांग्रेस वर्किंग कमेटी में यह फैसला लिया गया है। कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर छिड़े विवाद के बाद आज सोनिया गांधी को फिलहाल एक साल के लिए पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुना गया है। जानकारी के अनुसार अब अगले छह महीने के भीतर कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चयन होगा।
खून से खत लिख डाला
दिल्ली में कांग्रेस काउंसलर संदीप तंवर ने कांग्रेस नेतृत्व को लेकर छिड़े विवाद में खून से खत लिख डाला। तंवर ने यह चिट्ठी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के हक में लिखी है। सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि अगर राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो यह पार्टी के हित में फैसला नहीं होगा क्योंकि राहुल गांधी ने जमीनी लड़ाई लड़ी है।
सीएम शिवराज ने निशाना साधा
कांग्रेस में चल रहे अंर्तकलह को लेकर सीएम शिवराज ने निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस दुर्गति की ओर जा रही है।कांग्रेस में जो भी सच बोलता है वो गद्दार कहलाता है पहले सिंधिया जी आवाज उठाई तो कहा कि वो भाजपा से मिले हुए हैं और अब सिब्बल, गुलाम नबी आजाद ने पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग की तो कांग्रेस ने कहा कि वो भाजपा से मिले हुए हैं। ऐसी पार्टी को कोई नहीं बचा सकता।
कमलनाथ ने सोनिया गांधी से अपील
वही कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर मप्र के नेताओं में दो मत नजर आ रहे हैं। कुछ नेता चाहते है कि सोनिया गांधी ही अध्यक्ष बनीं रहे तो युवा नेता राहुल गांधी से पार्टी की कमान संभालने की वकालत कर रहे हैं। जो लोग सोनिया गांधी से कमान संभालने की वकालत कर रहे हैं उनमें पूर्व सीएम और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ है। जिन्होंने ट्वीट कर लिखा पिछले 40 सालों में उन्होंने गांधी परिवार के हर सदस्य के साथ काम किया। मगर ये नहीं भूलना चाहिए कि 2004 में सोनिया गांधी ने पार्टी का नेतृत्व किया और बीजेपी को घर बैठाया था। कमलनाथ ने सोनिया गांधी से अपील की कि वो अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करें और कांग्रेस का नेतृत्व करें।
राहुल गांधी को कमान दिए जाने की पैरवी की
वहीं पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने ट्वीट कर राहुल गांधी को कमान दिए जाने की पैरवी की है। अरुण यादव ने लिखा कि कांग्रेस की आशा कि किरण सिर्फ राहुल गांधी है। उन्हें जिद छोड़कर देशहित में पूर्णकालिक अध्यक्ष का दायित्व संभालना चाहिए ।
राहुल गांधी को अध्यक्ष पद स्वीकार करना चाहिए
दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट किया और उन नेताओं पर निशाना साधा जिन्होंने नेतृत्व को लेकर सवाल उठाए है।दिग्विजय ने लिखा कि ये समय कांग्रेस के एकमत होने का है। और जिस परिवार ने देश के लिए त्याग और बलिदान किया वो सभी ने देखा है। नेहरू गांधी परिवार के बगैर कांग्रेस की कल्पना नहीं की जा सकती। सोनिया गांधी का नेतृत्व सर्वमान्य है।सोनिया जी अध्यक्ष पद छोड़ना चाहती है तो राहुल गांधी को अध्यक्ष पद स्वीकार करना चाहिए दिग्विजय ने ये भी लिखा कि आम कांग्रेस कार्यकर्ता किसी को स्वीकार नहीं करेगा।