भोपाल। राजीव गांधी के जंयती पर आज पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने युवाओं के नाम सन्देश दिया। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि राजीव गांधी आधुनिक डिज़िटल भारत के सच्चे अर्थों में वास्तुविद थे। उन्होंने लोकतंत्र और सदभाव को मजबूत बनाने के साथ ही भारतीय राजनीति में भविष्य की सोच के एक राजनेता की पहचान बनाई और इक्कीसवी सदी के नए भारत की नीवं रखी। उन्होंने कहा की आज जो हालात है उससे हमारा युवा और किसान दोनों हताश है। यह वही शक्ति है जिसकी देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है।
21 वर्ष से घटा कर 18 वर्ष की
कमल नाथ ने राजीव गांधी को पुष्पांजलि देते हुये कहा की वे ऐसे राजनेता थे जिन्होंने भविष्य के भारत की साथ ही युवाओं के भविष्य की चिंता की। लोकतंत्र को व्यापक आधार देते हुए उन्होंने युवाओं को वोट देने का अधिकार दिया और वोट देने की आयु 21 वर्ष से घटा कर 18 वर्ष की। इस एक ऐतिहासिक निर्णय ने भारत में युवा लोकतंत्र की नींव रखी।
देश के निर्माण का भविष्य तय करेगी
21वीं सदी के भारत में युवाओं के भविष्य की चिंता करते हुए उन्होंने दूरदर्शिता का परिचय दिया और डिज़िटल भारत बनाने के लिये कंप्यूटर क्रांति की शुरुआत की। कमलनाथ ने कहा की उस समय विरोधी दलों ने कंप्यूटर को लेकर विरोध किया और आन्दोलन किया। राजीव गांधी की सोच थी की युवा देश का भविष्य है उनकी भागीदारी और सक्षमता ही इस देश के निर्माण का भविष्य तय करेगी।
नौजवानों को रोजगार नहीं मिलेगा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की मुझे यह कहते हुए अफसोस है कि, जो युवा 5-10 वर्ष पहले कॉलेज की पढ़ाई करके निकले हैं- वे- अच्छे भविष्य का इंतजार करते करते आज ओवर एज हो गये। ऐसे युवा जो पढे लिखे हैं और जिन्होने उच्च शिक्षा प्राप्त की है वे ना तो गांव के रहे और ना ही शहर के रहे। पिछले 15 वर्ष में हमारा मध्यप्रदेश बहुत पीछे रह गया है। नौकरी और रोजगार को लेकर न तो कोई सोच और न ही कोई योजना बन पाई। इससे नौजवानों में हताशा और निराशा का माहौल है। केवल मीडिया में ऐलान करने से नौजवानों को रोजगार नहीं मिलेगा।
नौजवान सबसे ज्यादा निराश हुये
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की आज का नौजवान, इंटरनेट के युग का नौजवान है। आज के नौजवानों में एक तड़प है वो आगे बढ़ना चाहता है वो ठेका या कमीशन नही चाहता है,वो तो अपना भविष्य बनाना चाहता है। उसे व्यवसाय और रोजगार की तलाश है। 15 सालों मे भाजपा सरकार ने जितनी घोषणायें ,आश्वासन और विज्ञापन दिये ,उनमे से कुछ पर भी अमल होता तो आज हमारा प्रदेश आगे बढ़ जाता। इन 15 वर्षों में प्रदेश के किसान और नौजवान सबसे ज्यादा निराश हुये हैं।