भोपाल: 27 सीटों के उपचुनाव की तारीखों के एलान से पहले राजनीतिक दल जोरशोर तैयारियों में जुटे हैं। पीसीसी चीफ कमलनाथ संगठन को मजबूती दे रहे हैं। जाति के आधार पर पन्ना प्रभारी नियुक्ति के निर्देश दिए हैं। विधानसभा प्रभारी, सह प्रभारी, समन्वयक मंडलम अध्यक्ष, सेक्टर प्रभारी और पन्ना प्रभारियों के बीच काम का बंटवारा किया गया है। बूथ लेवल तक जिम्मेदारी तय की जा रही है।
दूसरी तरफ तैयारी में बीजेपी कांग्रेस के दो कदम आगे है। उसके सगंठन की जमावट पहले से है। उपचुनाव के मैदान में भी उसके दिग्गज उतर चुके हैं। ग्वालियर चंबल में तीन दिन सदस्यता अभियान चलाया। मालवा निमाड़ में एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज ने मैराथन दौरा किया। अगले दो दिन प्रदेश मुखिया वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना और भिंड में मैराथन बैठक करेंगे।
राज्य की विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं, इस वक्त 203 सीटों वाली विधानसभा में BJP की सरकार के पास 107 विधायक हैं, जो बहुमत से पांच ज्यादा हैं, वहीं कांग्रेस के पास 89 विधायक हैं। उपचुनाव हो जाने के बाद बहुमत का आंकड़ा 116 हो जाएगा। जिस तक पहुंचने के लिए BJP को कम से कम नौ और कांग्रेस को सभी 27 सीटें जीतनी होंगी। उपचुनाव में आकंड़ा कम होने पर 4 निर्दलीय, दो बीएसपी, एक एसपी समेत 7 निर्दलीय भी बड़ा रोल निभाएंगे।