नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना के मामले वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण को एक रूपए का जुर्माना लगाया है। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अगर 15 सितंबर तक प्रशांत भूषण कोर्ट में जुर्माने की राशि जमा नहीं करते हैं तो उन्हें तीन महीने की जेल और 3 साल तक उनकी प्रैक्टिस पर रोक लगा दी जाएगी।
कोर्ट का फैसला आने के बाद सीनियर वकील प्रशांत भूषण ने कहा- मैंने आभार के साथ फैसला मंजूर कर लिया है। अदालत के आदेश के तुरंत बाद मेरे साथी राजीव धवन ने मुझे 1 रुपया दिया. प्रशांत भूषण ने पैसे लेने का फोटो भी सोशल मीडिया में शेयर किया है। प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए कहा- मेरे वकील और वरिष्ठ सहयोगी राजीव धवन ने अवमानना के फैसले के तुरंत बाद 1 रुपए का योगदान दिया, जिसे मैंने आभार व्यक्त करते हुए स्वीकार किया है।
My lawyer & senior colleague Rajiv Dhavan contributed 1 Re immediately after the contempt judgement today which I gratefully accepted pic.twitter.com/vVXmzPe4ss
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) August 31, 2020
क्या है मामला
दरअसल, प्रशांत भूषण ने दो ट्वीट किए थे. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि जब इतिहासकार भारत के बीते 6 सालों को देखते हैं तो पाते हैं कि कैसे बिना इमरजेंसी के देश में लोकतंत्र खत्म किया गया. वे ( इतिहासकार ) सुप्रीम कोर्ट खासकर 4 पूर्व सीजेआई की भूमिका पर सवाल उठाएंगे।
दूसरे ट्वीट पर उन्होंने कहा था कि इस ट्वीट में उन्होंने चीफ जस्टिस एसए बोबड़े की हार्ले डेविडसन बाइक के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा था कि सीजेआई ने लॉकडाउन में अदालतों को बंद कर लोगों को इंसाफ देने से इनकार कर दिया।