MP News: एमपी में एक नई व्यवस्था शुरू होने की संभावनाओं की सुगबुगाहट के साथ ही विरोध भी शुरू हो गया है. प्रदेश के स्कूलों में मिड-डे-मील में खाना बनाने वाली स्व सहायता समूह की महिलाओं और रसोइयों की जगह सहायिकाओं द्वारा खाना बनवाने की व्यवस्था झाबुआ में लागू हो रही है. जिसको लेकर वहां विवाद हो रहा है और इस व्यवस्था का जमकर विरोध हो रहा है.ये व्यवस्था पूरे एमपी में लागू होने की भी संभावना हैं. जिससे स्वयं सहायता समूह नाराज हैं.
झाबुआ के पेटलावद में विवाद
स्वयं सहायता समूह संघ ने रविवार को स्थानीय कृषि उपज मंडी में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया. इस बैठक से समूह संघ के अध्यक्ष सुरजी भगोरा और वनवासी कृषि एवं ग्रामीण मजदूर संघ म.प्र. के प्रदेश उपाध्यक्ष सोमजी भूरिया भी उपस्थित थे. बैठक के बाद कहा कि प्रशासन ने एक विवादित आदेश दिया है. जिसमें स्वयं सहायता समूह एवं रसोइयों को हटाकर सहायिकाओं से खाना बनवाने के आदेश दिए थे. महिला एवं बाल विकास अधिकारी झाबुआ ने यह विवादित आदेश दिया है. जिसके विरोध में हम सभी जुटे हैं.
आदेश को निरस्त करने की मांग
बैठक के दौरान समूह संघ ने इस आदेश के खिलाफ अपने विरोध का ऐलान किया. संघ ने निर्णय लिया कि पेटलावद तहसील क्षेत्र की विधायिका एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया से मिलने के बाद इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और समूह के साथ न्याय करने की मांग की जाएगी. संघ ने यह भी मांग की कि प्रशासन द्वारा जारी आदेश को निरस्त किया जाए और पुरानी व्यवस्था ही लागू की जाए.
रसोइयों को नहीं हटने देंगे
इस बैठक में पेटलावद तहसील के सभी स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष, सचिव और अन्य महत्वपूर्ण सदस्य उपस्थित रहे. इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर वे किसी भी स्थिति में समूह एवं रसोइयों को नहीं हटाने देंगे. सोमजी भूरिया ने समूह को संबोधित करते हुए कहा कि हम आपकी आवाज को प्रदेश तक पहुंचाएंगे और मजदूर संघ आपके कंधे से कंधा मिलाकर इस लड़ाई में आपका साथ देगा.
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